बरेली: जिले के थाना सीबीगंज क्षेत्र के परसाखेड़ा इलाके में बुधवार को नोटों की कतरन मिलने से हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों का कहना है कि परसाखेड़ा में वनस्पति तेल बनाने वाली बैल-कोल्हू फैक्ट्री की दीवार के पास से नोटों की कतरन का ढेर मिला है।
कुछ सवाल अनसुलझे
हालांकि इस कतरन ने कई सवाल भी खड़े कर दिए हैं। जैसा कि सभी को मालूम है कि केन्द्र सरकार ने 500 और 1000 रुपए का नोट बंद कर दिए हैं। लेकिन यहां मिले ढेर में 10, 20 और 50 रुपए के नोटों की कतरन भी है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि जब केन्द्र सरकार ने 500 और 1000 रुपए के नोट बंद कर दिए हैं तो फिर कोई व्यक्ति 10, 20, 50 रुपए के नोट क्यों नष्ट करेगा।
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18 रुपए के नोट का टुकड़ा भी
सबसे अहम सवाल ये उठता है कि एक कतरन में 18 रुपए का टुकड़ा भी है। जबकि आरबीआई ने 18 रुपए का कोई नोट जारी नहीं किया है। दूसरा, अब करेंसी में रुपए के स्थान पर '₹' का चिह्न होता है। जबकि इस कतरन में '₹' के स्थान पर 'रुपए' लिखा है।
स्थानीय लोगों ने ये बताया
स्थानीय लोगों ने बताया कि ये कतरन दिवाली से ही यहां पड़े हैं। ये चूरन और टॉफी के साथ बच्चों को मिलने वाले नकली नोट की कतरन है। जिसका इस्तेमाल पटाखे बनाने में किया गया है। क्योंकि इन नोटों की कतरन में पटाखों की जली हुई लड़ी के अंश भी बड़ी मात्रा में मिले हैं।
जांच जारी
फिलहाल थाना सीबीगंज पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कथित नोटों की कतरन अपने कब्जे में ले ली है और बैंक के अधिकारियों से जांच कराई जा रही है।
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