लखनऊ: अब बोलने, सुनने और देखने में असमर्थ लोग भी डायल 100 पर इसारों में अपनी शिकायत दर्ज करा सकेंगे। इसमें वीडियो फोटो अपलोड करने की सुविधा भी दी जाएगी। इसके लिए कई सॉफ्टवेयर कंपनियों की मदद ली जाएगी। इसके साथ ही एसएमएस और सोशल मीडिया से भी शिकायत दर्ज करने की सुविधा दी जाएगी।
एडीजी अनिल अग्रवाल ने बताया कि इसके लिए सिस्टम तैयार किया जा रहा है। सिर्फ 10 से 20 मिनट में जरूरतमंदों तक पुलिस के पहुंचने के लिए पूरे सूबे में जल्द ही डायल 100 सेवा शुरू होगी। गुरुवार को सीएम अखिलेश यादव ने अपने सरकारी आवास पर डायल 100 पर प्रजेंटेशन दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश पुलिस की ‘डायल 100’ परियोजना पूरे देश के लिए बड़ा उदाहरण बनेगी। प्रदेश के सभी जिलों में एक साथ इसका लाभ मिलेगा।
-यह परियोजना जनता को तुरंत सहायता पहुंचाने के लिए ही शुरू की जा रही है।
-अफसरों ने जिस तरीके से इसकी तैयारी की है, उससे लगता है कि इससे जनता की अपेक्षाएं जरूर पूरी होंगी।
-मुख्य सचिव आलोक रंजन ने कहा कि यह परियोजना ‘गेम चेंजर’ साबित होगी।
-इसके लिए 3200 वाहनों को खरीदने की प्रक्रिया चल रही है।
-परियोजना में काम करने वाले 25 हजार कर्मचारियों को ट्रेनिंग दिलाई जाएगी।
-ट्रेनिंग का माड्यूल भी तैयार कर लिया गया है।
-गृह विभाग के सलाहकार वेंकट चेंगावली ने कहा कि ‘डायल 100’ का लाभ प्रदेश के सुदूर गांवों तक मिलेगा।
-काल सेंटर में कई भाषाओं में जवाब देने की व्यवस्था की गई है।
-एक दिन में दो लाख कॉल सुनने की सुविधा होगी।
-एडीजी (यातायात) अनिल अग्रवाल व सर्विस प्रोवाइडर के तौर पर चयनित एजेंसी के प्रतिनिधि ने भी परियोजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी।