योगी ने कहा- यूनिवर्सिटी और कॉलेजों को डिग्री और डिप्लोमा बांटने का अड्डा न बनाएं
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (DDUGU) में कुलाधिपति राम नाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार (24 सितंबर) को प्रशासनिक भवन परिसर में स्थापित पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा का अनावरण किया। प्रतिमा अनावरण समारोह में कुलपति प्रोफेसर विजय कृष्ण सिंह प्रतिष्ठित पत्रकार जगदीश उपासने प्रो. हर्ष कुमार सिन्हा सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहें।
गोरखपुर: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (DDUGU) में कुलाधिपति राम नाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार (24 सितंबर) को प्रशासनिक भवन परिसर में स्थापित पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा का अनावरण किया। प्रतिमा अनावरण समारोह में कुलपति प्रोफेसर विजय कृष्ण सिंह प्रतिष्ठित पत्रकार जगदीश उपासने प्रो. हर्ष कुमार सिन्हा सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहें।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विकास के बारे में पश्चिम का मॉडल देखना चाहते है। हम पश्चिम के मॉडल को अपनाने का दुष्परिणाम देख रहे हैं। दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा यहां लगने में 20 साल लग गए। लेकिन, उनके विचारों को शिखर तक पहुंचाने में 100 वर्ष लगे हैं। उन्होंने कहा कि जो अपने इतिहास के प्रति सचेत नहीं रहता है वह अपने भूगोल की रक्षा नहीं कर सकता। हमें अगर कभी हार का सामना करना पड़ा हो तो उसके परिमार्जन के बारे में सोचना होगा।
क्या कहा सीएम ने?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि क्या इस तरह के आयोजन केवल सरकारी अनुदान पर ही विश्विद्यालय करवाएगा। क्या वह अपने से ऐसे आयोजन नहीं कर सकते। कई विश्विद्यालयों द्वारा सरकार को अनुदान के लिए प्रस्ताव भेजा जाता है। क्या विश्विद्यालय 500 करोड़ रुपए अपने स्तर पर पैदा कर पाएंगे। इस पर नकारात्मक जवाब ही आता है। क्या विश्विद्यालय अपने क्षेत्र के सामाजिक और भौगौलिक वातावरण को बदल सकते हैं, लेकिन विश्विद्यालयों ने ऐसा नहीं किया। योगी ने कहा कि विश्विद्यालय अपने शोध के माध्यम से ये तय करें की युवाओं का उस क्षेत्र से पलायन क्यों हो रहा है और शासन को अवगत कराइए। यूपी सरकार उस पर कार्य कर योजना तैयार करेगा। गांव में कौशल है, लेकिन उसे उचित दिशा नहीं दी गई। योगी ने कहा विश्विद्यालय और महाविद्यालय को डिग्री और डिप्लोमा बांटने का अड्डा न बनने दें। बल्कि, उस क्षेत्र के सामाजिक और जीवन स्तर को सुधारने पर कार्य करना चाहिए।
क्या कहा राज्यपाल ने?
वहीं राज्यपाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि 'एक साल पहले मैंने यहां आकर भूमि पूजन किया था और आज यहां लोकार्पण करने का सोभाग्य मिला है। जन्म शताब्दी कल समाप्त होगी। आज दुनिया में सबसे पड़ी कोई पार्टी अगर कोई है तो वो भारतीय जनता पार्टी है। शिल्पीकार उत्तम पर राज्यपाल ने कहा की उनके पिता जी झोपड़ी में रहते थे और उस झोपड़ी में एक गर्भवती महिला मौजूद थी। अगर उस झोपडी में अगर ट्रक चढ़ जाता तो अनर्थ हो जाता। मैं एक विधायक के नाते गया और फिर जब उत्तम जी के पिता से मिला तो उनसे पूछा की आप क्या करते है तो उन्होंने बताया की मजदूरी फिर मैंने पूछा की आपका बेटा क्या करता है तो उन्हों कहा कि मेरा बेटा एक फाइन आर्ट में गोल्ड मेडलिस्ट है। कहते है कोयले के खान में हीरा मिलता है और मुम्बई के झोपड़ पट्टी से मुझे एक हिरा मिला वहां ऐसे बहुत हिरे है।
झोपड़ पट्टी पर राज्यपाल ने कहा की गांव की भूख शहर में खींचकर लाती है। अगर गांव में नौकरी नहीं मिलेगी तो वो शहर में आएंगे और अगर गांव में मकान नहीं होगा तो वो झोपड़ पट्टी में रहेंगे। ऐसे में उनकी कमियों को दूर करने की जरूरत है।