सीएम योगी ने समाजवाद को लेकर कही ऐसी बात, लोग रह गए अचंभित
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व चन्द्रशेखर की पुण्यतिथि पर कहा कि राजनीति के संकीर्ण होते दायरों में चंद्रशेखर को समझना अच्छा है, आज के दौर में समाजवाद के कई ब्रांड देखने को मिलते हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद कोई नया शब्द नहीं है किसी जाति मजहब का बंधन नहीं है।
लखनऊ: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व चन्द्रशेखर की पुण्यतिथि पर कहा कि राजनीति के संकीर्ण होते दायरों में चंद्रशेखर को समझना अच्छा है, आज के दौर में समाजवाद के कई ब्रांड देखने को मिलते हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद कोई नया शब्द नहीं है किसी जाति मजहब का बंधन नहीं है।
यहां विश्वसरैया बली प्रेक्षागृह में एक कार्यक्रम में कहा कि चंद्रशेखर और राष्ट्रवाद एक दूसरे के पर्याय हो सकते हैंै भारत पर जब कोई संकट आता है तो पूरा देश एक होता है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सबका एक होना राष्ट्रवाद है ,चंद्रशेखर ने समान नागरिक कानून का समर्थन किया,कांग्रेस में रहते हुए इमरजेंसी का खुलकर विरोध किया। परिवारवाद और जातिवाद के नाम पर समाजवाद चला रहे हैं लोग समाजवादी सरकारों ने लोगों के लिए कुछ नही किया।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि समाजवाद के कई ब्रांड आज मार्केट में देखने को मिल रहे हैं। जिसके विकृत रूप परिवारवाद और जातिवाद की आराजकता को उत्तर भारत ने दो दशकों तक झेला है। ऐसे वक्त में हमें चंद्रशेखर जी के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। समाजवादी आंदोलन की अंतिम कड़ी के रूप में स्वर्गीय चंद्रशेखर जी को हम जान सकते हैं। जिन्होंने सही मायने में समाजवाद के अनुरूप जीवन जीने का प्रयास किया था और उसके अनुरूप वह चले भी थे।
समाजवादी नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर सिंह की 12वीं पुण्य तिथि पर पीडब्ल्यूडी के विश्वेश्वरैया हाल में आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्र के प्रति समर्पण का भाव ही राष्ट्रवाद है। यह किसी मत, किसी जाति या फिर सम्प्रदाय का बंधक नहीं है। स्वर्गीय चंद्रशेखर जी जीवन पर्यंत राष्ट्र की अस्मिता और अंखडता के लिए कार्य करते रहे। चंद्रशेखर और राष्ट्रवाद एक दूसरे के पर्याय बन सकते हैं। हमारे यहां जाति, भाषा, क्षेत्र और सम्प्रदाय अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन जब देश पर संकट आता है, तो उत्तर से दक्षिण, पूर्व से पश्चिम तक की एकता देखते बनती है।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी उपासना विधि अलग-अलग हो सकती है, लेकिन जब कोई हमारी राष्ट्रीय अस्मिता को चुनौती देगा तो हम उसका डंटकर मुकाबला करेंगे। इस भाव को स्वर्गीय चंद्रशेखर जी ने सदैव प्राथमिकता दी, यही कारण था कि उन्होंने समान नागरिक कानून और स्वदेशी जागरण अभियान का समर्थन किया था। देश की सीमाओं की सुरक्षा की बात पर आगे आकर सरकार के साथ जुड़कर उन्होंने काम किया था।
विधानसभा अध्यक्ष हृदय नरायण दीक्षित ने कहा कि समाजवादी विचारधारा के बड़े नेताओं में चंद्रेशखर जी का नाम भारत में ही नहीं, दुनिया भर में लिया जाता है। भारतीय समाजवाद के मुख्य कर्ताधर्ता और विचारक डॉ. राम मनोहर लोहिया और आचार्य नरेन्द्र देव थे।
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उत्तर प्रदेश सरकार में नगर विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि चंद्रशेखर जी स्वदेशी और स्वावलम्बन के प्रारम्भ से पक्षधर थे। जनता पार्टी में एक वक्त ऐसा आया जब सभी ने उनका साथ छोड़ दिया, लेकिन तब भी वह मजबूती से अपने दायित्व को निभाते रहे।