Dengue in UP : यूपी में बनेंगे डेडिकेटेड डेंगू अस्पताल-आइसोलेशन वार्ड, CM योगी का निर्देश

Dengue in UP: यूपी की राजधानी लखनऊ और प्रयागराज सहित अन्य जिलों में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। सीएम योगी ने डेंगू पर लगाम को लेकर अधिकारियों के साथ हाई लेवल मीटिंग की।

Written By :  aman
Update:2022-11-12 13:22 IST

सीएम योगी आदित्यनाथ : Photo- Social Media

Dengue in UP : उत्तर प्रदेश में डेंगू का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद डेंगू पर नियंत्रण के प्रयास नाकाफी साबित हो रहे। इसी के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने शनिवार (12 नवंबर) को प्रदेश में डेंगू की वर्तमान स्थिति पर अधिकारियों के साथ बैठक की। ये बैठक मुख्यमंत्री आवास पर हुई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्चस्तरीय बैठक में डेंगू सहित अन्य संक्रामक बीमारियों की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की तथा इनके रोकथाम के लिए प्रयासों को और तेज करने के निर्देश दिए।

सीएम योगी ने बैठक में कहा, 'बीते कुछ हफ़्तों के भीतर डेंगू व अन्य संचारी रोगों के दुष्प्रभाव में बढ़ोतरी देखी जा रही है। इनकी बेहतर स्क्रीनिंग के लिए सर्विलांस को बेहतर करने की आवश्यकता है। आशा बहनों का सहयोग लें। घर-घर स्क्रीनिंग कराएं। लक्षण युक्त मरीजों की पहचान करते हुए उनके समुचित इलाज की व्यवस्था कराई जाए।'

हर जिले में 'डेडिकेटेड डेंगू अस्पताल' बनाए जाएं 

बैठक में डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल की तरह 'डेडिकेटेड डेंगू अस्पताल' एक्टिव किए जाने की बात कही गई। कम से कम हर जिले में एक ऐसे डेडिकेटेड अस्पताल क्रियाशील होने की भी बात कही गई। ऐसे अस्पतालों में डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की उपलब्धता हो और जांच की सुविधा भी हो। इस्लाज की पर्याप्त व्यवस्था के साथ-साथ इसे आइसीसीसी से भी जोड़ा जाना चाहिए।

अस्पताल आने वाले हर मरीज को मिले बेड

सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी मंत्रियों से फील्ड में बने रहने को कहा है। प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित किया जाए कि अस्पताल आने वाले हर मरीज को बेड मिले। उसकी विधिवत चिकित्सकीय जांच हो और समय पर इलाज किए जाएं। सीएम ने कहा, हमारे सभी मेडिकल कॉलेजों सहित जिला अस्पताल, पीएचसी, सीएचसी व अन्य उच्च स्तरीय संस्थान साधन संपन्न हैं। इसका लाभ लोगों को मिलना चाहिए। स्वास्थ्य सेवा अथवा सुरक्षा में तैनात कर्मियों से मरीजों के तीमारदारों के साथ सहयोगपूर्ण व्यवहार बनाने की अपेक्षा है।'

चलाएं जागरूकता कार्यक्रम

स्वास्थ्य विभाग, नगर विकास, पंचायती राज और सूचना विभाग व्यापक जागरूकता कार्यक्रम चलाएं। डेंगू के कारण, लक्षण, बचाव आदि के बारे में लोगों को सही जानकारी दी जाए। अखबारों में जागरूकता परक विज्ञापन, दीवार पेंटिंग, पब्लिक एड्रेस सिस्टम आदि के माध्यम से इस बीमारी के कारण प्रभाव और उपचार के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाए।

हर सरकारी अस्पताल में बने 'आइसोलेशन वार्ड'

सीएम योगी ने अधिकारियों के साथ बैठक में डेंगू मरीजों के लिए हर सरकारी अस्पताल में 'आइसोलेशन वार्ड' बनाए जाने की भी बात कही। स्थानीय जरूरतों के अनुसार इनकी संख्या बढ़ाई जाए। हर जिले में डेंगू टेस्टिंग और प्लेटलेट्स की जांच की सुविधा होनी चाहिए। नगर विकास व पंचायती राज विभाग द्वारा प्रदेशव्यापी साफ-सफाई व फॉगिंग का कार्य नियमित कराया जाए।

प्रतिदिन 500 यूनिट प्लेटलेट्स की खपत

डेंगू के वर्तमान हालात का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि, राजधानी लखनऊ के अस्पतालों में रोजाना 500 यूनिट प्लेटलेट्स की खपत हो रही है। शहर में डेंगू मरीजों का ग्राफ कम होने का नाम नहीं ले रहा। अस्पतालों में प्लेटलेट्स की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। कमोबेश यही हालात सूबे के अन्य जिलों का भी है।

लखनऊ-प्रयागराज में हालात बेकाबू

उत्तर प्रदेश में डेंगू के सबसे अधिक मामले राजधानी लखनऊ में देखने को मिल रहे हैं। वर्तमान में लखनऊ में 1,677 मामले रिकॉर्ड किए गए हैं। दूसरे नंबर पर प्रयागराज है, जहां डेंगू के मरीजों की संख्या 1,543 है। वहीं, एनसीआर क्षेत्र गाजियाबाद में 710 मामले दर्ज हुए हैं। डेंगू के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों को सख्त निर्देश दिए गए हैं। उनसे कहा गया है कि, वे डेंगू के मरीजों को बिना इलाज वापस न भेजें। 

CMO को निर्देश, जरूरी दवाएं हमेशा उपलब्ध रखें

आपको बता दें कि, स्वास्थ्य विभाग डेंगू मामलों पर पैनी निगाह बनाए हुआ है। विभाग ने राज्य स्तर पर मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने लिए कंट्रोल रूम भी बनाया है। जरूरत के अनुसार मरीजों के लिए बेड की संख्या बढ़ाई गई है। वहीं, बुखार वाले मरीजों के पुख्ता जांच की व्यवस्था की गई है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशक की ओर से प्रदेश के सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों (CMO) को निर्देश दिया गया है कि अस्पतालों में जरूरी दवाएं हमेशा उपलब्ध रहे। 

ठंड बढ़ने पर ही थमेंगे डेंगू के मामले 

डेंगू के बढ़ते मामलों पर विशेषज्ञों का कहना है कि, ठंढ बढ़ने के बाद ही मामलों में कुछ कमी आएगी। बता दें, राजधानी लखनऊ में इस वक्त पारा 30 डिग्री के आसपास बना हुआ है। ऐसे में डेंगू के मामलों से फिलहाल राहत मिलती नहीं दिख रही। यूपी स्वास्थ्य विभाग ने इलाज के साथ मच्छरों को पनपने से रोकने के निरंतर प्रयास कर रही है। इसलिए नगर निगम की कई टीमें फॉगिंग सहित अन्य गतिविधियों में लगी हैं। बावजूद, डेंगू के नए मरीज मिलने का सिलसिला नहीं रुक रहा।

डेंगू से बचाव के ये हैं उपाय :

- घर के आसपास पानी जमा ना होने दें।

- डेंगू के मच्छर साफ पानी में भी पलते हैं, इसलिए बाथरूम में भी पानी जमा न रखें।

- कूलर का पानी हफ्ते में एक बार अवश्य बदले।

- घर में कीटनाशक दवाई का छिड़काव करें।

- बच्‍चों को पूरे आस्तीन के कपड़े पहनाएं। मतलब, ऐसे कपड़े जिससे हाथ-पांव पूरी तरह ढंके हों।

- सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।

- मच्छर भगाने वाली दवाइयों का लगातार प्रयोग करें।

- टंकियों और बर्तनों को ढक कर रखें। 

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