हेल्थ, हेल्थ एजूकेशन और आयुष विभाग मिलकर काम करें : सीएम
प्रदेश में स्वास्थ्य से संबंधित अलग—अलग योजनाएं चल रही हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इनमें चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा और आयुष विभाग को मिलकर काम करना चाहिए
लखनऊ: प्रदेश में स्वास्थ्य से संबंधित अलग—अलग योजनाएं चल रही हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इनमें चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा और आयुष विभाग को मिलकर काम करना चाहिए। पर समन्वय नहीं होने के कारण योजनाएं ओवरलैप हो रही हैं। इसमें विभाग एक दूसरे की किस तरीके से मदद कर सकते हैं। शास्त्री भवन में सीएम के समक्ष हुई बैठक में इस पर चर्चा हुई। बैठक में विभागीय मंत्री भी मौजूद थे। उन्होंने अपने—अपने विभागों के काम सीएम के सामने रखे।
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बैठक में डाक्टरों की कमी का मुद्दा उठा। हाल ही में आयुष डाक्टरों को सीएचसी—पीएचसी पर तैनात करने के आदेश का भी हवाला दिया गया। आयुष डाक्टरों के सीएचसी—पीएचसी पर काम करने के तरीकों पर भी चर्चा हुई। सीएम ने साफ निर्देश दिया कि स्वास्थ्य सेवाएं गांव, गरीब और समाज के अन्तिम व्यक्ति तक पहुंचनी चााहिए। स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार दिखना चाहिए। आशा बहुओं को समय से मानदेय दिया जाए।
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उन्होंने कहा कि एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेन्स सेवा सेवा से गम्भीर रोगियों को लाभ मिल रहा है। इसके प्रचार की जरूरत है। उन्होंने ‘102’ एवं ‘108’ एम्बुलेन्स सेवा का जिक्र करते हुए कहा कि इन दोनों सेवाओं की माॅनीटरिंग की जाए, जिससे जरुरतमन्दों को न्यूनतम रिस्पाँस टाइम में लाभ मिल सके। डायलिसिस की सुविधाओं को शिफ्टवाॅइज संचालित किया जाए, जिससे अधिक से अधिक किडनी रोगियों को इसका लाभ मिल सके।