Valmiki Jayanti 2022: महर्षि वाल्मीकि जयंती पर, बोले योगी-समाज के उत्थान के लिए काम कर रही सरकार, अन्य जिलों में भी हुए कार्यक्रम

Valmiki Jayanti 2022: महर्षि वाल्मीकि की जयंती के अवसर पर सीएम योगी ने राजधानी के परिवर्तन चौक स्थित महर्षि वाल्मीकि की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया

Update:2022-10-09 16:00 IST

सीएम योगी ने महर्षि वाल्मीकि को किया नमन

Valmiki Jayanti 2022: महर्षि वाल्मीकि की जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी के परिवर्तन चौक स्थित उनके मंदिर जाकर महर्षि वाल्मीकि की प्रतिमा पर पुष्ण अर्पित कर उन्हें नमन किया। सीएम योगी के साथ उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी मौजूद थे। इस दौरान वाल्मीकि समाज को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि समाज के उत्थान के लिए सरकार कार्य कर रही है। आज महर्षि के जन्मोत्सव के अवसर पर आप लोगों से जुड़ी समस्या का एक प्रतिवेदन हमें मिला है। हम लोगों ने इस तबके के लोगों के लिए एक आयोग गठित किया है और इसका चेयरमैन भी वाल्मीकि समाज से ही बनाया गया है।

सीएम योगी ने कहा मैंने उनसे कहा था कि आप समय-समय पर अपनी रिपोर्ट हमें देते रहेंगे तो हम उस पर कार्य करते रहेंगे। हम लोग वाल्मीकि समाज के उत्थान और अच्छे भविष्य को ध्यान रखते हुए कार्य कर रहे हैं। सफाई कार्य से जुड़े हुए लोग जो प्रत्येक व्यक्ति को स्वस्थ रखने के लिए कार्य करते हैं राज्य सरकार उनके उत्थान के लिए केंद्र सरकार के साथ मिलकर उनसे जुड़ी योजनाओं को आगे बढ़ा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा आयोग अपनी रिपोर्ट समय पर उपलब्ध कराता रहेगा तो हमें आपके लिए कार्य करने में मदद मिलेगी।

अपने संबोधन में सीएम योगी ने कहा आज शरद पूर्णिमा का पावन पर्व है, आज के दिन की कई मान्यता है कि चंद्रमा सबसे अधिक चमकीला दिखाई देता है, वह धरती के सबसे नजदीक दिखाई होता है। हम सब जानते हैं कि महर्षि वाल्मीकि ने भगवान श्रीराम के साथ हम सबका साक्षात्कार करवाया है। प्रभु श्रीराम पर पहला काव्य रामायण के माध्यम से महर्षि वाल्मीकी ने ही रचा था और उसके बाद दुनिया की कोई ऐसी भाषा नहीं जो वाल्मीकी जी द्वारा रचित इस काव्य के माध्यम मर्यादा पुरुषोत्तम राम से जुटी बातों को जन-जन तक पहुंचाया हो।

मुख्यमंत्री ने कहा त्रेतायुग में महर्षि वाल्मीकि और कलयुग में संत तुलसीदास ने अपनी अमर रचना के माध्यम से पवित्र रामायण के माध्यम से देश और दुनिया तक भगवान श्रीराम के चरित्र को पहुंचा करके प्रत्येक नागरिक के मन में सकारात्म ऊर्जा का संचार किया। आज भगवान राम की पावन जन्मस्थली अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। महर्षि वाल्किमी की तपोभूमि लालापुर चित्रकूट में भी विकास के कार्य तेजी से हो रहे हैं। जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिल रहा है। लालापुर की ऊंची पहाड़ी पर रोपवे का कार्य तेजी से चल रहा है।

कानपुर देहात में धूमधाम से मनी जयंती

कानपुर देहात सिकंदरा कस्बे के वाल्मीकि समाज के लोगों ने गांधीनगर मोहल्ले में बड़े ही धूमधाम से मनाई महा ग्रंथ रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि की जयंती। एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर महर्षि वाल्मीकि के फोटो पर माला चढ़ाकर अर्पित किए श्रद्धा सुमन के फूल कहां कि आज के समाज को महर्षि वाल्मीकि के जीवन से लेनी चाहिए प्रेरणा ज्ञान के भंडार थे। अपने ज्ञान से रचा उन्होंने महा ग्रंथ जिसे पढ़कर होती है। सनातन की पहचान बताते चलें कि आज पूरे देश में सनातन धर्म के महा बड़े ग्रंथ रामायण के रचयिता ज्ञानी गुरु महर्षि वाल्मीकि जी की जयंती बड़े ही धूमधाम से मनाई जा रही है जिसके चलते वाल्मीकि समाज के लोग अपने आराध्य महर्षि वाल्मीकि के कार्यक्रम को पंडाल सजा कर व उनके द्वारा रचित रामायण का पाठ कर बड़े ही धूमधाम से मना रहे।


सिकंदरा कस्बे के गांधीनगर में युवा वाल्मीकि समाज के युवक सनी वाल्मीकि द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिस में शिरकत करने उप जिलाधिकारी सिकंदरा डॉ पूनम गौतम ने पहुंचकर महर्षि वाल्मीकि की फोटो पर माला चढ़ाकर श्रद्धा सुमन के पुष्प अर्पित किए वह दीप प्रज्वलित कर हाथ जोड़कर नमन किए। उनके साथ अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत पंकज व चेयरमैन प्रतिनिधि शमशुल कुरेशी ने भी पहुंचकर शिरकत की। इस मौके पर उप जिलाधिकारी सिकंदरा डॉ पूनम गौतम ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि का जन्म पौराणिक कथाओं के मुताबिक अश्विन मास की पूर्णिमा के दिन हुआ था। सबसे विद्वान थे उन्होंने ही सनातन धर्म की पहचान करने वाली महा ग्रंथ रामायण की रचना की थी जिसे आज हम रामायण के रूप में जानते हैं। और भगवान श्री राम के जीवन चरित्र उनके द्वारा समाज में की गई मानवता की लीला की ज्ञान हमें उसी से प्राप्त होता है आज की हमारी पीढ़ी को महर्षि वाल्मीकि जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। त्याग व सद्भावना वह शिक्षा की अलग जगह कर अपने व अपने समाज को सर्वोच्च शिखर पर ले जाना चाहिए युवा पीढ़ी को नशे, अपराध, अनियमितताओं से दूर रहकर अपने भविष्य को सुधारना चाहिए वह अपने कल को सुंदर कल बनाकर प्रेरणा स्रोत बनना चाहिए।

रिपोर्ट मनोज सिंह

वाल्मीकि रामायण का पाठ, सफाई मित्र सम्मान समारोह, सुरक्षा किट वितरण

लखीमपुर खीरी रविवार को गत वर्षो की भांति खीरी में महर्षि वाल्मीकि जयंती हर्षोल्लास एवं धूमधाम से मनाई गई। मंदिरों में दीप प्रज्वलन, दीपदान के साथ-साथ वाल्मीकि रामायण का पाठ हुआ। नगरीय निकाय स्तर पर सफाई मित्र सम्मान समारोह, सुरक्षा किट वितरण कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस अवसर पर जिले की सभी तहसील, विकासखंड एवं नगरीय निकाय स्तर पर विभिन्न मंदिरों में भजन कीर्तन एवं रामायण पाठ भी भजन मंडलियों ने किया गया। सभी नगरीय निकाय स्तर पर सफाई मित्र सम्मान समारोह व सफाई मित्र सुरक्षा किट वितरण कार्यक्रम भी आयोजित हुए, जिसमें सफाई मित्रों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

वाल्मीकी जंयती पर श्री वाल्मीकी मंदिर, गुटैय्या बाग, लखीमपुर में पूजा-प्रतिष्ठा का आयोजन हुआ, जिसमें महार्षि वाल्मीकी जी की प्रतिमा का माल्यापर्ण किया गया तथा रामायण पाठ का आयोजन हुआ। जिसमें मंदिर प्रशासन के सहयोग से भजन-कीर्तन मण्डली द्वारा भजन-कीर्तन किया तथा श्रद्धालुओं में प्रसाद का वितरण किया। साथ ही महर्षि वाल्मीकी जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए श्रद्धालुओं को महर्षि वाल्मीकी जी के पद चिन्हों पर चलने हेतु प्रेरित किया गया। साथ ही जनपद के विभिन्न वाल्मीकी मंदिरों में प्रतिमा का माल्यापर्ण, भजन-कीर्तन तथा प्रसाद वितरण किया।


नगर पालिका परिषद लखीमपुर क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न मंदिरो में वाल्मीकि जयंती मनाई गई। नगर पालिका सभागार में सफाई मित्रों का सम्मान समारोह आयोजित हुआ। चेयरमैन श्रीमती निरुपमा मोनी बाजपेई ने अधिशासी अधिकारी संजय कुमार के संग सफाई मित्रों को सम्मानित किया।


कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चेयरमैन निरुपमा मौनी बाजपेई ने कहा कि महर्षि बाल्मीकि वैदिक काल में महान ऋषियों में आते हैं। महर्षि वाल्मीकि को आदि कवि के नाम से भी जाना जाता है, उनके द्वारा रचित विश्व प्रसिद्ध कालजयी कृति रामायण महाकाव्य सामाजिक मूल्यों, मानव मूल्यों एवं राष्ट्र मूल्यों की स्थापना का आदर्श है। ईओ नगर पालिका संजय कुमार ने कार्यक्रम की आवश्यकता एवं प्रासंगिकता बताते हुए कहा कि वाल्मीकि रामायण में निहित मानव मूल्यों, सामाजिक मूल्य एवं राष्ट्रीय मूल्यों से जन सामान्य को जोड़ना है। इस मौके पर नगरीय निकाय के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

कार्यक्रम के नोडल अधिकारी/डीपीआरओ सोम्यशील सिंह ने बताया कि जिले भर में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में मंदिरों में दीप प्रज्वलन, दीपदान के साथ-साथ भजन मंडलियों द्वारा वाल्मीकि रामायण का पाठ भी हुआ। स्थानीय कलाकारों, भजन मंडलियों द्वारा वाल्मीकि रामायण का पाठ किया। जिलेभर में आयोजित वाल्मीकि जयंती कार्यक्रमों की सूचना संकलित करके संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश के पोर्टल पर भी फीड कर दी गई।

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