सीएम योगी ने दिया संदेश, इससे कोरोना महामारी काफी हद तक नियंत्रित
मुख्यंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज कहा कि तकनीक से कैसे व्यापक परिवर्तन लाया जा सकता है। यह हमने कोरोना काल में देखा है। अगर तकनीक न होती तो इतनी बड़ी महामारी तो होती ही साथ ही भीषण मानवता के साथ भीषण संकट होता।
लखनऊ: मुख्यंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज कहा कि तकनीक से कैसे व्यापक परिवर्तन लाया जा सकता है। यह हमने कोरोना काल में देखा है। अगर तकनीक न होती तो इतनी बड़ी महामारी तो होती ही साथ ही भीषण मानवता के साथ भीषण संकट होता। इस महामारी को तकनीक के कारण ही काफी हद तक नियंत्रित किया जा सका है। तकनीक जीवन में कितना परिवर्तन ला सकती है वो कोरोना काल में दिखाई दिया है।
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सीएम योगी ने कहा ये
सीएम ने कहा आज इंजीनियरिंग व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में छात्रों को बड़ा तोहफा के तौर पर एक ऐसा पोर्टल तैयार दिया है जिसमें प्रत्येक छात्र के प्रवेश से लेकर रोजगार पाने तक का पूरा ब्यौरा यू राइज पोर्टल पर होगा। इसमें इंजीनियरिंग और व्यवसायिक शिक्षा के 20 लाख छात्रों का पूरा ब्यौरा तैयार होगा। इसका मोबाइल एप भी तैयार किया गया है। इस सॉफ्टवेयर के जरिए विभिन्न कंपनियों को रोजगार के लिए मेधावियों को तलाशने में आसानी होगी।
तकनीक को अपनाने की दृढ इच्छाशक्ति की बेहद जरूरत होती है
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तकनीक को अपनाने की दृढ इच्छाशक्ति की बेहद जरूरत होती है। शिक्षा के क्षेत्र में नई जानकारी और व्यवहारिक जानकारी देने का यह बड़ा कार्यक्रम है। चार चरण के लॉकडाउन के बाद दैनिक दिनचर्चा को पटरी पर लाने का काम हुआ है। तकनीक के कारण ही कोरोना काल में सभी गतिविधियों को संचालित किया जा सका है। इस दौरान आनलाइन शिक्षा के माध्यम से बंद शिक्षण संस्थानों से हर छात्र छात्राओं तक पहुंचने का अवसर मिला है। यह एक बहुत बड़ा कार्य हुआ है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू होने के बाद 20 लाख छात्र छात्राएं लाभान्वित होगें
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू होने के बाद 20 लाख छात्र छात्राएं लाभान्वित होगें। 20 लाख छात्र-छात्राओं एक पोर्टल के माध्यम से व्यावसायिक तकनीक के अलावा कौशल विकास में बड़ा काम होगा। योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के के 2014 में आने के बाद ही समाज में व्यापक परिवर्तन आया है। जनधन योजना से लेकर अन्य योजनाओं का लाभ समाज को मिला हैं।
ज्ञान के आदान प्रदान का आधार तकनीक है
उन्होंने कहा कि ज्ञान के आदान प्रदान का आधार तकनीक है। बता दें कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय प्रोत्साहन कार्यक्रम 2017 में शुरू हुआ था। एकेटीयू के सभी इंजीनियरिंग कॉलेज इससे सम्बद्ध हैं। योगी सरकार इसके तहत सरकारी संस्थानों को 200 करोड़ रुपये पहले भी दे चुकी है। दिृतीय चरण में 100 करोड़ रूपए की राशि दी जा रही है।
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उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जन्म दिवस के अवसर पर 20 लाख छात्रों का डेटा रोजगार के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण होगा। इससे कंपनियों को रोजगार देने में भी मदद मिलेगी। यू राइज सॉफ्टवेयर पर छात्रों के ब्योरे के साथ ही ई-कंटेंट और ई-लाइब्रेरी भी उपलब्ध होगी।
श्रीधर अग्निहोत्री
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