उलझा बस किडनैपिंग मामला: फेल हुई यूपी पुलिस, सीएम योगी ने दिये सख्त निर्देश
आगरा के मलपुरा के न्यू दक्षिणी बाईपास स्थित रायभा टोल प्लाजा के पास से एक बस को हाईजैक करने के मामले की कहानी फिलहाल रहस्यमय बनी हुई है।
लखनऊ: आगरा के मलपुरा के न्यू दक्षिणी बाईपास स्थित रायभा टोल प्लाजा के पास से एक बस को हाईजैक करने के मामले की कहानी फिलहाल रहस्यमय बनी हुई है। बस को झांसी में बरामद करने के साथ ही इसमें सवार 34 सवारियां को भी सुरक्षित पाया गया है। पर अभी इस मामले पर पूरा परदा उठना बाकी है। पुलिस इसे फाइनेंस से जुड़ा मामला बता रही है जबकि बस मालिक इससे इंकार कर रहे हे। झांसी निवासी बस मालिक के रिश्तेदार गगन का आरोप है कि बस हाइजैक होने में बड़ी साजिश है। झांसी के पुलिस अफसर लगातार आगरा के अधिकारियों के सम्पर्क में है। इस मामले में अब तक अधिकारियों ने कोई भी जानकारी नहीं दी है।
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बस गुरुग्राम से मध्यप्रदेश के पन्ना जा रही थी
जानकारी के अनुसार बस गुरुग्राम से मध्यप्रदेश के पन्ना जा रही थी। चालक के मुताबिक, गाड़ी सवार कुछ लोगों ने तड़के चार बजे बस को रूकवाने के बाद बस को अपने कब्जे में ले लिया। बदमाश दो कारों में सवार होकर आए थें। बस चालक रमेश के मुताबिक बदमाशों ने बस की आठ किश्त बकाया बताई थीं। बस में चार बदमाश सवार हो गए थे। रास्ते में कहीं पर भी पुलिस पिकेट भी नहीं मिली, जिससे वे रास्ते में विरोध कर सकें।
इन लोगों का कहना था कि वह एक फाइनेंस कम्पनी के लोग हैं। बस को कब्जे में लेने के बाद उन्होंने एत्मादपुर क्षेत्र में चालक को उतार दिया। चालक ने मलपुरा थाने आकर पुलिस को सूचना दी। बस ग्वालियर में कल्पना ट्रेवल्स की बताई जा रही है। सभी बदमाश मास्क लगाए हुए थे। यह पूरा मामला फाइनेंस का बताया जा रहा है लेकिन पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं।
इस पर सीएम योगी ने कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं
उधर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने ऐसे अपराध जिनसे लोक व्यवस्था प्रभावित हो उनमें प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित किये जाने तथा राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के अन्तर्गत कड़ी विधिक कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं, ताकि अपराधियों में भय एवं जनता में सुरक्षा का भाव सुदृढ़ हो सके । उन्होंने कहा है कि प्रदेश में महिलाओं एवं बालिकाओं के विरूद्व जघन्य अपराध, गोकशी की घटनाओं, मादक पदार्थो के अवैध कारोबार में लिप्त व्यक्तियों, गम्भीर अपराधों एवं अन्य सनसनी खेज अपराधों से जुड़े अभियुक्तों को चिन्हित कर उनके विरूद्व भा0द0वि0 की सुसंगत धाराओं के आलावा रासुका के तहत भी कार्यवाही की गयी है। शासन द्वारा सभी जिलाधिकारियों एवं जिले के पुलिस कप्तानों को इस बात के कड़े निर्देश दिये गये हैं कि रासुका की कार्यवाही के लिए पात्र कोई भी अपराधी बचने न पाये।
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अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि कानून-व्यवस्था को और अधिक चुस्त-दुरुस्त बनाये रखने हेतु प्रदेश मे इस वर्ष जनवरी से अब तक कुल 139 अभियुक्तो के विरूद्व रासुका में भी कायर्वाही की गयी है। इनमें से गोकशी के अंतर्गत 76 अभियुक्तों, बालिकाओं के विरुद्ध अपराध मे 6 अभियुक्तों, गंभीर अपराध मे 37 अभियुक्तों व अन्य अपराधों में 20 अभियुक्तों के विरूद्ध कार्यवाही हुई है।
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