कोरोना टेस्टिंग पर सीएम योगी का आदेश, अब महामारी को ऐसे रोकेगी सरकार

मुख्यमंत्री ने कहा है कि एल-1 चिकित्सालय में हर 10 बेड पर ऑक्सीजन तथा एल-2 अस्पताल में प्रत्येक बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

Update: 2020-05-15 13:58 GMT

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि क्वारंटीन सेन्टर एवं शेल्टर होम तथा कम्युनिटी किचन व्यवस्था में जिलाधिकारी को सहयोग प्रदान करने के लिए प्रत्येक जिले में आईएएस अधिकारी अथवा वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी को नामित किया गया है। यह अधिकारी क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन की साफ-सफाई व्यवस्था, भोजन की उपलब्धता का नियमित निरीक्षण कर अपनी आख्या सम्बन्धित मण्डलायुक्त को उपलब्ध कराएं।

प्रतिदिन किए जाएं 10,000 टेस्ट

सीएम योगी ने कहा कि होम क्वारंटीन में रहने वाले प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों की निगरानी के लिए प्रत्येक राजस्व ग्राम तथा शहरी निकायों के वार्डों में निगरानी समितियों को सक्रिय रखा जाए। इसके लिए मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के माध्यम से इन समितियों के सदस्यों से नियमित संवाद बनाया जाए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से लिए गए इन फैसलों की जानकारी देते हुए अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए। लॉकडाउन को सख्ती से लागू किया जाए। प्रत्येक स्तर पर इसकी समीक्षा की जाए। उन्होंने सोशल सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि प्रवासी श्रमिकों के लिए दिल्ली तथा एनसीआर से पर्याप्त संख्या में रेलगाड़ी चलवाई जाएं।

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मुख्यमंत्री ने कहा है कि एल-1 चिकित्सालय में हर 10 बेड पर ऑक्सीजन तथा एल-2 अस्पताल में प्रत्येक बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। एल-2 हॉस्पिटल में वेंटीलेटर की व्यवस्था भी होनी चाहिए। कोविड हॉस्पिटल में भर्ती कोरोना पॉजिटिव मरीजों को समय पर जलपान एवं भोजन उपलब्ध कराए जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन अस्पतालों में साफ-सफाई और उपचार की बेहतर व्यवस्था की जाए। प्रत्येक दशा में सभी वेंटीलेटर क्रियाशील रहने चाहिए। टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि के लिए पूल टेस्टिंग को अपनाया जाए। टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि करते हुए इसे 10,000 टेस्ट प्रतिदिन किया जाए।

अवनीश अवस्थी ने दी जानकारी

अवनीश अवस्थी ने बताया कि योगी जी ने कहा है कि कोविड संक्रमण से बचाव के लिए चिकित्साकर्मियों की ट्रेनिंग का कार्य सतत संचालित किया जाए। एम्बुलेंस के चालक व उसके सहायक को भी इस सम्बन्ध में प्रशिक्षित किया जाए तथा उन्हें मास्क, ग्लव्स एवं सेनिटाइजर उपलब्ध कराए जाएं। कोरोना पॉजिटिव मरीजों का ट्रांसपोर्टेशन करने वालों को पीपीई किट भी उपलब्ध करायी जाए।

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सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में ओपीडी सेवाओं को छोड़कर, स्वास्थ्य विभाग के प्रोटोकॉल के अनुरूप इमरजेंसी तथा आवश्यक ऑपरेशन की कार्यवाही शुरू की जाए। अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में उद्योगों के पुनः संचालन की दृष्टि से इन इलाकों में श्रमिकों की उपलब्धता का आकलन किया जाए। महिला स्वयं सहायता समूहों को मास्क निर्माण के साथ-साथ विक्रय के लिए भी प्रोत्साहित किया जाए। ठेले आदि के माध्यम से मास्क की बिक्री की व्यवस्था की जाए।

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