प्रबुद्ध सम्मेलन में बोले योगी: आपको अपनी भूमिका तय करना है
गरीबी हटाओ के नारे आजादी के बाद से ही लगते थे. लेकिन, अब सबका साथ सबका विकास के भाव के साथ पिछले पांच साल में जो काम हर वर्ग कर लिए हैं, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ।
गोरखपुर: भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित प्रबुद्ध सम्मेलन आज महाराणा प्रताप इंटर कालेज में आयोजित हुआ। इस सम्मेलन के मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रहे। इस सम्मेलन में अधिवक्ता ,चिक्तिसक, शिक्षक, जनप्रतिनिधि,सहित प्रबुद्ध जन उपस्थित रहे।
इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने उद्बोधन में कहा कि बहुत दिनों से इच्छा थी की प्रबुद्ध जनों से संवाद स्थापित हो सके। लेकिन व्यस्तता की वजह से ऐसा नहीं हो पा रहा था. आज अवसर मिला है. यहां सभी प्रबुद्धजनों का मैं स्वागत करता हूं। पहले गोरखपुर की पहचान ऐसी थी कि जब मैं पहली बार सांसद बना तो लोगों को आश्चर्य हुआ. आज नए गोरखपुर की अलग पहचान है. ऐसी ही पहचान भारत की अब दुनिया में है।प्रबुद्धजनों से मिले मार्गदर्शन की वजह से संभव हो पाया है. आप सबने गोरखपुर के वर्तमान परिदृश्य का गोरखपुर में चल रही योजनाएं और विकास की योजना गोरखपुर की अपनी पहचान है।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई सोचता था कि गोरखपुर में एम्स आएगा? कोई सोचता था कि 26 वर्ष पहले बंद हुआ गोरखपुर का फर्टिलाइजर कारखाना चल पाएगा? कोई सोचता था कि गोरखपुर में कभी मेट्रो की बात हो पाएगी? कोई कभी सोचता था कि गोरखपुर की एयर कनेक्टिविटी इतनी बेहतर होगी कि हर महानगर गोरखपुर के संबंध जोड़ना चाहता है।
गरीबी हटाओ के नारे आजादी के बाद से ही लगते थे. लेकिन, अब सबका साथ सबका विकास के भाव के साथ पिछले पांच साल में जो काम हर वर्ग कर लिए हैं, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ।
पिछले प्रवासी सम्मेलन में मैंने 76 देशों के डेलीगेट्स से भारत नहीं आने का कारण पूछा तो पता चला कि भारत को लेकर अलग धारणा थी. 2014 के बाद से स्थिति बदली है. पासपोर्ट चेक करने वाले अधिकारी अब शक की निगाह से नहीं देखते हैं. अब वे पूछते हैं कि आप मोदीजी के भारत से हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक रिपोर्टर बागपत के गांव में गया तो उसने पूछा कि वोट किसे देंगी. खेत में काम कर रही महिला ने कहा कि मोदी को दूंगी. वह आगे बढ़ा, तो वहां फिर एक महिला फिर बोली कि मोदी और योगी को वोट दूंगी. इस बार मेरा भी नाम था. रिपोर्टर ने पूछा तो बोली कि सपा के समय में गुंडे हमारी छोकरियों को उठा ले जाते थे. मोदी-योगी के राज में अब ऐसा नहीं होता है।
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आपको पता है कि बंगाल में मेरा हेलीकॉप्टर नहीं उतरने दिया गया. एक मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर ना उतरने दिया जाए तो आप क्या समझेंगे. झारखंड में अपना हेलीकॉप्टर करवाया और 35 किलोमीटर रोड से चलकर रैली स्थल पर पहुंचा. 35 किलोमीटर के रास्ते तक जनता स्वागत के लिए खड़ी थी।
अक्षयवट प्रयागराज में 400 बरसों से कैद था. मोदीजी से कहकर मैंने उसे जनता दर्शन के लिए खुलवाया। हजारों वर्षों से कुंभ का आयोजन हो रहा है. लेकिन, कुम्भ को वैश्विक मान्यता प्राप्त हो, इसके लिए पहली बार प्रयास मोदी जी ने किया और यूएन में इसे मान्यता मिली। मारीशस के पीएम 2013 के कुम्भ में आये, नहाने की हिम्मत नहीं हुई. 2019 में फिर आये और 400 डेलीगेट्स के साथ डुबकी लगाए। पूर्ववर्ती सरकार में बिजली की भी जाति और मजहब होती थी. हमारी सरकार एक्सप्रेस वे को 11.5 हजार करोड़ में बना रहे हैं. पिछली सरकार 15000 करोड़ में बना रही थी. 3.5 हजार करोड़ कहां जा रहे थे. उसी से हम कुम्भ को भव्य बना रहे हैं. पहले ये जनता के रुपये भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाते थे. आज वही रुपए से हम प्रदेश को निर्बाध विद्युत आपूर्ति देते हैं।
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आज कोई बुआ, भतीजा, चाचा और मामा हो गया है. नई रिश्तेदारी जोड़ी जा रही है. नया हस्तिनापुर बनाया जा रहा है।हमलोग द्रौपदी के चीरहरण के दृश्य से खुद को अलग नहीं कर सकते हैं. द्रौपदी सवाल कर रही थी, की दोषी कौन है. प्रबुद्ध वर्ग को तय करना है कि उसे कैसी भूमिका का निर्वहन करना है. महाभारत के युद्ध में भगवान श्रीकृष्ण सारथी बने थे. इस बार प्रबुद्ध वर्ग को भी अपनी भूमिका तय करना है।
पिछली सरकारों ने पूर्वांचल की एक अहम चीनी मिल को महज 2 करोड रुपए में बेच दिया था. लेकिन, उसकी जमीन 200 करोड़ में बिक सकती थी. 20 करोड़ में स्क्रैप बिकते।पिछली सरकार अपने स्वार्थ के लिए चीनी मिलों को बेचती थी. हमनें किसान और मिल में काम करने वाले कर्मचारियों के परिवारों को रोते हुए देखा है. लेकिन, हमने लक्ष्य बनाया है कि हर साल दो चीनी मिलों को चालू करेंगे. नहीं तो नई चीनी मिलें खोलेंगे।
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