UP Cabinet Meeting: सीएम योगी के नेतृत्व में कैबिनेट की बैठक संपन्न, 19 प्रस्तावों को मिली मंजूरी
UP Cabinet Meeting Today: प्रदेश के पिछड़े इलाकों में शुमार बुंदेलखंड गरीबी, बेरोजगारी, सूखा और पलायन जैसी समस्याओं का सामना कर रहा है। योगी सरकार ने इस इलाके की सूरत संवारने का निर्णय लिया है।
UP Cabinet Meeting Today: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में मंगलवार 12 सितंबर को बुलाई गई कैबिनेट की बैठक संपन्न हुई। बैठक में 19 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कैबिनेट में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में तैनात आरक्षी एवं मुख्य आरक्षी को अब मोटरसाइकिल भत्ते के रूप 500 रूपये मिलेंगे। पहले 200 रूपये साइकिल भत्ते के रुप में मिला कर दिया था। जिसे अब परिवर्तित कर मोटरसाइकिल भत्ता कर दिया गया है। इस फैसले से सरकारी खजाने पर 6.78 करोड़ रूपये अतिरिक्त बोझ पड़ने का अनुमान है।
कैबिनेट में लिए गए फैसले –
- बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण के गठन को मिली मंजूरी। झांसी-ग्वालियर मार्ग पर प्राधिकरण का होगा निर्माण। 14 हजार भूमि को किया जाएगा अधिकृत।
- धान खरीद नीति को मंजूरी दी गई।
- अयोध्या में टूरिस्ट फैसिलेशन सेंटर को मिली मंजूरी।
- संभल और औरैया में पुलिस लाइन का निर्माण।
- पुलिस लाइन में शहीद स्मारक, म्यूजियम और ट्रैफिक पार्क भी बनवाया जाएगा।
- वीरांगना उधादेवी बटालियन का होगा गठन, 351 करोड़ का बजट स्वीकृत।
- 100 नगर निकाय में आकांक्षी नगर निकाय योजना लागू होगी। 2026 तक इनको विकसित किया जाएगा। इसके बाद फिर 100 नए नगर निकाय को होगा चयन। योजना के क्रियान्वयन के लिए 100 सीएम फेलो नियुक्त किए जाएंगे। योजना के तहत 20 हजार से एक लाख तक की आबादी वाले नगर निकाय का होगा चयन।
- पुलिस के आरक्षी एवं मुख्य आरक्षी का साइकिल भत्ता 200 से बढ़ाकर 500 रूपये किया गया।
बुंदेलखंड में बहेगी विकास की बयार
प्रदेश के पिछड़े इलाकों में शुमार बुंदेलखंड गरीबी, बेरोजगारी, सूखा और पलायन जैसी समस्याओं का सामना कर रहा है। योगी सरकार ने इस इलाके की सूरत संवारने का निर्णय लिया है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के रूप में इसकी शुरूआत हो चुकी है। अब दिल्ली से सटे नोएडा की तर्ज पर यहां भी औद्योगिक विकास की बयार बहेगी। मंगलवार को हुई कैबिनेट मीटिंग में बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। आने वाले समय में जब इलाके में औद्योगिकरण की रफ्तार तेज होगी तो गरीबी और बेकारी जैसे मसले हल होंगे।