इनके लिए कांग्रेस अब करेगी ये आंदोलन

कांग्रेस छोटे व्यापारियों, सहित सूक्ष्म उद्यमियों के साथ खड़ी है, और कांग्रेस पार्टी हमेशा इनके हितों की लड़ती रही है और भविष्य में भी लड़ती रहेगी। उन्होंने कहा की कांग्रेस के विरोध के कारण ही मोदी सरकार को (क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी) के समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किये।

Update: 2019-11-05 15:06 GMT

लखनऊ: कांग्रेस विधान मण्डल दल की नेता आराधना मिश्रा ‘‘मोना’’ ने कहा है कि कांग्रेस और कई अन्य राजनैतिक दलों के सषक्त विरोध के कारण ‘‘मोदी सरकार’’ को अपने पैर पीछे खींचने पड़े। कांग्रेस छोटे व्यापारियों, सहित सूक्ष्म उद्यमियों के साथ खड़ी है, और कांग्रेस पार्टी हमेशा इनके हितों की लड़ती रही है और भविष्य में भी लड़ती रहेगी। उन्होंने कहा की कांग्रेस के विरोध के कारण ही मोदी सरकार को (क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी) के समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किये।

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मोना ने कहा कि वर्ष 1947 में देश को राजनैतिक आजादी तो मिली, परन्तु आर्थिक आजादी नहीं मिली। जब देश आजाद हुआ था तो उस समय देश में छोटी से छोटी वस्तु तक का निर्माण नहीं होता था किन्तु पं. जवाहर लाल नेहरू, सरदार बल्लभ भाई पटेल और मौलाना अबुल कलाम आजाद जैसे दूरदर्षी राजनीतिज्ञों के विचार और उनकी आर्थिक नीतियों के कारण भारत देश आत्मनिर्भरता की ओर धीरे-धीरे बढ़ने लगा।

कांग्रेस पार्टी की आर्थिक नीतियों के कारण, जैसे पंचवर्षीय योजना, बैंकों का राष्ट्रीयकरण,श्वेत क्रान्ति, हरित क्रान्ति सहित तमाम महत्वपूर्ण योजनाओं एवं उठाये गये कदमों के कारण,जो देश अर्थजगत में सबसे निचले पायदान पर खड़ा था उसने विश्व में 5वां स्थान बना लिया-किन्तु दुर्भाग्य पूर्ण है कि मोदी सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के कारण आज देष 7वें स्थान पर दुनिया में पहुंच गया है।

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मोना मिश्रा ने कहा है कि आर्थिक तंगी, बेरोजगारी, बदहाल अर्थ व्यवस्था और कृषि संकट सहित तमाम जन विरोधी कार्यो के खिलाफ 5 नवम्बर से 15 नवम्बर तक एक ‘‘राष्ट्रव्यापी आन्दोलन’’ किया जा रहा है जो भारतीय जनतापार्टी की गलत आर्थिक नीतियों, राष्ट्रीय संस्थाओं के निजीकरण और बदहाल अर्थ व्यवस्था के खिलाफ होगा ।

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