लखनऊ. शनिवार को राजधानी खौफनाक ट्रेन दुर्घटना का गवाह बनते-बनते बच गई। एक बड़ी रेल दुर्घटना की साजिश को नाकाम कर दिया गया। ट्रैक को देखकर पता चल रहा है कि बीती रात मोहनलालगंज और कनकहा के बीच इसे काटकर अलग करने की नाकाम कोशिश की गई।
तीन महीने पहले भी इसी जगह रेल ट्रैक को काट दिया गया था लेकिन उस समय स्थानीय लोगों और ट्रेन ड्राईवर की सतर्कता से एक बड़ा हादसा होने से टल गया था। लेकिन एक बार फिर इसी जगह चार इंच ट्रैक को काटने की कोशिश की गई। हालांकि ट्रैक अलग नहीं हो पाया वरना एक बड़ा हादसा हो सकता था।
यहां रेल प्रशासन की सबसे बड़ी लापरवाही सामने आई है। रेलवे ने तीन महीने पहले हुई घटना से कोई सबक नहीं लिया है। इस ट्रैक पर इलाहबाद और वाराणसी से होकर दर्जनों ट्रेनें गुजराती हैं। इतना व्यस्त रूट होने के बाद भी पर भी जीआरपी और आरपीएफ की तरफ से कोई पेट्रोलिंग की व्यवस्था नहीं की गई है। फिलहाल मामला सामने आने के बाद रेल प्रशासन जांच में जुटा हुआ है।