बहराइच के BJP कार्यालय में नोटिस चस्पा, वायरल होने से संगठन हुआ बदनाम, जानें कैसे

बहराइच जिले में भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय के बाहर एक नोटिस चस्पा मिला। जिसमें लिखा गया है कि संगठन से कोई काम पुलिस और जिला प्रशासन द्वारा नहीं किया जा रहा है।

Reporter :  Anurag Pathak
Published By :  Shivani
Update: 2021-05-22 01:27 GMT
सांकेतिक फोटो 

बहराइच: शहर में स्थित भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय में जिलाध्यक्ष की ओर से नोटिस चस्पा मिला। जिसमें कार्यकर्ताओं को क्षेत्र के सांसद और विधायकों से काम कराने का उल्लेख किया गया है। साथ ही संगठन से कोई काम न कराने की बात कही गई है। नोटिस जिले के साथ प्रदेश में वायरल हो गया। हालांकि जिलाध्यक्ष ने फेसबुक पर पोस्ट के बारे में सफाई दी। नोटिस अराजक तत्व द्वारा लगाने की बात कही गई है। लेकिन कार्यकर्ताओं की मानें तो सच यह है कि पुलिस और प्रशासन द्वारा कार्यकर्ताओं की नहीं सुनी जा रही है। जिससे नोटिस को कार्यकर्ता सही मान रहे हैं।

भाजपा संगठन नहीं करा सकता पुलिस-प्रशासन से कार्य, नोटिस वायरल

उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में मोहल्ला माधवरेती में भारतीय जनता पार्टी का कार्यालय है। कार्यालय के बाहर एक नोटिस चस्पा मिला। जिसमें कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए लिखा गया है कि संगठन से कोई काम पुलिस और जिला प्रशासन द्वारा नहीं किया जा रहा है। ऐसे में कार्यकर्ता क्षेत्रीय विधायक और सांसद से संपर्क करें। बोर्ड पर चस्पा नोटिस कुछ ही देर में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इससे हड़कंप मच गया। इसके इस बाद दोपहर में नोटिस को हटा दिया गया। जिला अध्यक्ष के मोबाइल पर फोन आने लगे। लेकिन जिला अध्यक्ष ने किसी का फोन रिसीव नहीं किया। कुछ देर बाद जिला अध्यक्ष अपने फेसबुक अकाउंट पर अपने द्वारा नोटिस न जारी करने की बात लिखी गई। साथ ही उन्होंने कहा की इसे शरारती तत्वों द्वारा अंजाम दिया गया है।

कार्यकर्ताओं को सांसद-विधायक से काम कराने का उल्लेख

लेकिन जिला अध्यक्ष के नाम से वायरल नोटिस को लेकर कार्यकर्ताओं में खुशी है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि संगठन के निर्देश से पुलिस और प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। जिससे कार्यकर्ता अपने आप को ठगा महसूस कर रहा है। सच्चाई भी यही है कि जिला और पुलिस प्रशासन संगठन के कार्यकर्ताओं की नहीं सुन रहा है। इसको लेकर पूर्व में भी विवाद हो चुका है।


फखरपुर में कार्यकर्ता को बनाया बंधक

बताते चलें कि वर्ष 2020 में करो ना काल के दौरान फखरपुर में जरूरतमंदों को राशन किट वितरित किया जा रहा था। इसी दौरान एक भाजपा के पदाधिकारी पहुंच गए उन्होंने बड़े लोगों को राशन वितरित करने का आरोप लगाया। साथी जरूरतमंदों की अनदेखी करने का आरोप प्रशासन पर मढ़ा। इसको देखते हुए तत्कालीन उपजिलाधिकारी बाबूराम द्वारा एक कार्यकर्ता को बंधक बना लिया गया पुलिस द्वारा। इसको लेकर भाजपा जिलाध्यक्ष और प्रशासन में ठन गई थी। हालांकि कुछ माह बाद जिला प्रशासन ने एसडीएम को हटा दिया था। लेकिन जिला प्रशासन और पुलिस की इस कार्रवाई से भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ जिला अध्यक्ष के मन में टीस बनी हुई है।
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