खतरे की घंटी: हवा से फैल रहा कोरोना वायरस, घनी आबादी वाले हो जाएं सावधान

डब्ल्यूएचओ कहता रहा है कि लोगों में कम से कम 3.3 फुट की दूरी होने से कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम संभव है।

Written By :  Ramkrishna Vajpei
Published By :  Chitra Singh
Update: 2021-04-17 07:59 GMT

कोविड-19 टेस्टिंग (कांसेप्ट फोटो- सोशल मीडिया)

लखनऊ: घनी आबादी वाले शहरों में पतली और संकरी गलियों में छोटे छोटे मकानों में रहने वाली एक बड़ी आबादी खतरे में हैं। अगर कोरोना वायरस के हवा के जरिये फैलने की बात सही है। हालांकि कोरोना वायरस हवा के चलते फैलता है या नहीं इसे लेकर वैज्ञानिकों में मतभेद की बात सामने आ रही है। अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन के वैज्ञानिक जहां यह कह रहे हैं कि वायरस हवा से नहीं फैलता वहीं लांसेट की ताजा रिपोर्ट में वायरस के हवा से फैलने का दावा करते हुए कोविड प्रोटोकाल में बदलाव की बात कही गई है।

लांसेट की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बूंदों के बजाय वायरस के लिए हवा में ट्रैवल करना ज्यादा आसान होता है। ऐसे तमाम मामले सामने आए हैं भारत में आ भी रहे हैं जिसमें लोग बिना किसी के संपर्क में आए वायरस से संक्रमित हुए हैं।

हवा के माध्यम से फैल रहा है कोरोना

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पिछले साल जुलाई में कोविड-19 महामारी से जुड़ी टेक्निकल लीडर डॉक्टर मारिया वा केरख़ोव ने एक न्यूज़ ब्रीफ़िंग में कहा था कि हम हवा के ज़रिए कोरोना वायरस फैलने की आशंका पर बात कर रहे हैं। इसके सबूत मिले हैं। संगठन की बेनेदेत्ता आल्लेग्रांजी ने भी कहा था कि कोरोना वायरस के हवा के माध्यम से फैलने के सबूत तो मिल रहे हैं लेकिन अभी यह पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता।

हवा में कोरोना वायरस (फोटो- सोशल मीडिया)

इन जगहों पर तेजी से बढ़ सकता है संक्रमण

उन्होंने कहा था कि सार्वजनिक जगहों पर, ख़ासकर भीड़भाड़ वाली, कम हवा वाली और बंद जगहों पर हवा के ज़रिए वायरस फैलने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। ऐसे में लखनऊ या घनी आबादी वाले शहरों में जहां संकरी और पतली गलियों में एक बड़ी आबादी रहती है उनमें हवा के जरिये वायरस फैलने की आशंका बढ़ जाती है। इसके अलावा सब्जी मंडियों और बाजारों में जहां लोगों की भीड़ रहती है वायरस के लिए एयर ट्रैवल करना आसान हो जाता है।

घर-घर- कोरोना टेस्टिंग (डिजाइन फोटो- सोशल मीडिया)

3 फुट की दूरी होने से रोका जा सकता है संक्रमण 

डब्ल्यूएचओ कहता रहा है कि लोगों में कम से कम 3.3 फुट की दूरी होने से कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम संभव है। इसी के बाद भारत में दो गज की दूरी की बात कही गई लेकिन अब अगर हवा के ज़रिए वायरस फैलने की बात पूरी तरह साबित हो जाती है तो फ़िज़िकल डिस्टेंसिंग के नियमों में यथाशीघ्र बदलाव करना होगा ताकि बड़ी आबादी को संक्रमित होने से बचाया जा सके।

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