Coronavirus: लखीमपुर में बोले CM योगी: घबराएं नहीं शासन-प्रशासन आपके साथ है, इस महामारी को हराकर रहेंगे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को लखीमपुर खीरी जिले का दौरा किया और कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण किया।

Reporter :  Sharad Awasthi
Published By :  Dharmendra Singh
Update: 2021-05-21 06:15 GMT

कोविड केयर सेंटर में तैयारियों का जायजा लेते सीएम योगी आदित्यनाथ (फोटो: ट्विटर)

Coronavirus: मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को लखीमपुरखीरी पहुंचे। पुलिस लाइन में हेलीकॉप्टर से उतरने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सीधे एकीकृत कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंट पहुंचे। जहां डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री को सभी व्यवस्थाओं के बारे में पूरी जानकारी दी।

डीएम ने एक-एक तथ्य को सीएम के सामने रखा। शिकायत आती है उसे लिखा जाता है। अधिकरियों से बात कर उसका निराकरण किया जाता है। कंट्रोल रूम पर आने वाले सभी नंबरों को रजिस्टर में अनुरक्षित किया जाता है। कंट्रोल रूम से जनता की ऑक्सीजन बेड, दवाओं आदि सभी समस्याओं का निराकरण किया जाता है। सीएम ने ट्रेसिंग टीम से उनके कामकाज की जानकारी ली।
डीएम ने बताया कि शासन के निर्देश पर जिले में तीन सदस्यीय पैंडेमिक ग्रीवेंस कमेटी गठित और क्रियाशील है, जो निरंतर आने वाली शिकायतों का समुचित निस्तारण कर रही है। आईसीसीसी में कुल 13 फोन ( 6 लैंडलाइन व 7 मोबाइल नंबर) क्रियाशील है। यहां से होम आइसोलेशन में रखे गए मरीजों का फॉलोअप लिया जाता है। जिसकी एंट्री रजिस्टर में की जाती है। सीएम ने रजिस्टर को देखा। इसके अलावा एंबुलेंस रजिस्टर, कमांड सेंटर पर आने वाली फोन कॉल्स रजिस्टर और उसमें की गई शिकायतों के निस्तारण की एंट्री, जो संक्रमित चिकित्सालय में भर्ती हैं उनका फीडबैक रजिस्टर, रैपिड रिस्पांस टीम व निगरानी समिति के विजिट का रजिस्टर उपलब्ध है। जिनमें प्रतिदिन की गतिविधियों की एंट्री की जाती है। सीएम के सामने ही टेलीफोन की घंटी बजती रही और संबंधित कर्मचारी फोन रिसीव कर जवाब देते रहे। इस पर सीएम ने संतोष जताया।
इसके बाद सीएम ने आईसीसीसी सभागार में मौजूद अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के कार्य दायित्वों की डीएम से जानकारी ली। सीएम ने आईसीसीसी की व्यवस्थाओं को देखकर प्रसन्नता जाहिर की।


सीएम ने की ग्रामीणों से मास्क पहने की अपील

सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने भ्रमण कार्यक्रम के तहत लखीमपुर ब्लॉक के आधाचाट गांव का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने यहां पर कोविड से सुरक्षा और बचाव के लिए प्रशासन की ओर से किए गए इंतजाम की जानकारी ली। उन्होंने निगरानी समिति से कहा कि वह गांव में लगातार भ्रमण कर हर ग्रामीण का ध्यान रखें, साथ ही ग्रामीणों से भी मास्क पहने की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीणों को घबराने की जरूरत नहीं है। शासन और प्रशासन विपदा काल में पीड़ित परिवार के साथ हैं।
मुख्यमंत्री ने जिला मुख्यालय पर कोरोना वायरस पर नियंत्रण और निगरानी के इंतजाम को परखा। सीएम का काफिला गांव में जा पहुंचा। सीएम ने यहां खुले में ग्रामीणों की बैठक लेकर यहां की साफ-सफाई और स्वास्थ्य विभाग की ओर से बचाव एवं नियंत्रण के लिए किए गए कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने ग्राम निगरानी सदस्य में शामिल सदस्यों से गांव में किए गए घर-घर सर्वे की जानकारी ली।
उन्होंने कहा कि घर-घर सर्वे हो रहा है या नहीं, मरीजों को दवाई की किट मिल रही है या नहीं। ग्राम सचिव से पूछा कि गांव सैनिटाइज कराया गया या नहीं जिस पर सचिव ने कहा कि दूसरे दिन लगातार ग्राम को सैनिटाइज कराया जा रहा है। सीएम ने निगरानी समिति से कहा कि वह घर-घर जाकर लगातार सर्वे करते रहें। ग्रामीणों से कहा कि घबराएं नहीं शासन-प्रशासन आपके साथ है। इस महामारी को हराकर रहेंगे, आप मास्क जरूर लगाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि निगरानी समितियों की बड़ी भूमिका है। यदि वह जागरूक हो जाएं तो जल्द ही आप अपने गांव को कोरोना मुक्त कर सकते हैं। गांव में बाहरी व्यक्तियों पर नजर रखें। यदि उन्हें कोई समस्या व लक्षण है तो उन्हें मेडिकल किट उपलब्ध कराएं। ऐसे लोगों की सूची प्रतिदिन अपने सेक्टर अधिकारी को दें। सेक्टर अधिकारी की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह 24 घंटे के अंदर चिन्हित व्यक्तियों का एंटीजन टेस्ट कराएं। यदि फिर भी संदिग्ध लगते हैं तो रैपिड रिस्पांस टीम से आरटी पीसीआर टेस्ट कराएं। इन लोगों को होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दें। जिनके पास पर्याप्त जगह नहीं है, निगरानी समिति ग्राम प्रधान के नेतृत्व में उन्हें परिषदीय स्कूलों में आइसोलेट कराएं। आशा, आंगनबाड़ी व एएनएम पूरी टीम भावना से कार्य करें। प्रतिस्पर्धा के आधार पर *मेरा गांव कोरोना मुक्त गांव* अभियान चलाएं। सफाई सैनिटाइजेशन आदि पर विशेष ध्यान दें। तराई क्षेत्र होने के नाते नल से आने वाले पानी को उबालकर ही पीने की सलाह दी। कोरोना को रोकने में निगरानी समितियों, रैपिड रिस्पांस टीम, स्वास्थ्य कर्मियों की क्रियाशीलता से गत दिनों 20 दिनों में प्रदेश में दो लाख चार हजार व्यक्ति ठीक होकर अपने कार्यों को कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र की भांति शहरी क्षेत्रों में भी मेरा वार्ड कोरोना मुक्त वार्ड अभियान चलाएं।


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