Fourth Wave Scare: बढ़ते कोरोना मामलों के बीच CM Yogi ने दिया टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर
Coronavirus Fourth wave: एनसीआर और लखनऊ में कोविड केस में बढ़ोतरी हो रही है।
Coronavirus Fourth Wave: राज्य सरकार की तरफ से कहा गया है कि एनसीआर में कोविड के नए केस में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसलिए बेहद सावधानी की जरूरत है। ऐसे में एनसीआर व लखनऊ जैसे जिलों में जहां केस अधिक मिल रहे हैं, वहां फेस मास्क की अनिवार्यता को प्रभावी बनाया जाए। विगत 24 घंटे के भीतर गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद में 126 और 30 नए केस पाए गए।
'हर दिन डेढ़ लाख टेस्ट किए जाने चाहिए'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के साथ बैठक में कहा कि ऐसे में जरूरी है कि टेस्टिंग को और बढ़ाया जाए। हर दिन न्यूनतम डेढ़ लाख टेस्ट किए जाने चाहिए। कोविड पॉजिटिव मिल रहे लोगों से सतत संवाद-संपर्क बनाते हुए उनके उपचार की सभी जरूरी व्यवस्था कराई जाए। ज्यादातर लोगों को होम आइसोलेशन की ही आवश्यकता पड़ रही है, उन्हें कोविड आइसोलेशन प्रोटोकॉल की पूरी जानकारी दी जाए।
उन्होंने कहा कि हाल के परिणाम बताते हैं कि प्रदेश में मलेरिया और कालाजार रोग समाप्ति की ओर है। प्रति 1,000 की जनसंख्या पर एक से भी कम लोगों में मलेरिया की समस्या देखी गई, जबकि कालाजार रोग 22 चिन्हित ब्लॉक में हर 10,000 की आबादी में एक से कम लोगों में ही देखा गया है। यह बड़ी उपलब्धि है। टीम यूपी को बधाई। बहुत जल्द हमारा प्रदेश कालाजार मुक्त हो जाएग।
कुल एक्टिव केस की संख्या 1316
योगी ने कहा कि में कुल एक्टिव केस की संख्या 1316 है। विगत 24 घंटों में 91,673 कोरोना टेस्ट किए गए, जिसमें 203 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 162 लोग उपचारित होकर कोरोना मुक्त भी हुए। एनसीआर व लखनऊ जैसे जिलों में जहां केस अधिक मिल रहे हैं, वहां फेस मास्क की अनिवार्यता को प्रभावी बनाया जाए। लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन के लिए जागरूक किया जाए।
मुख्यमंत्री ने फिर दोहराया कि बच्चों के टीकाकरण को और तेज करने की आवश्यकता है। 12 से 14 आयु वर्ग के बच्चों को पहली डोज के बाद अब पात्रता के अनुसार दूसरी डोज भी दी जाए। 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को बूस्टर डोज लगाए जाने में तेजी की जानी चाहिए।
87.67% से अधिक लोगों को दोनों खुराक मिल चुकी है
उल्लेखनीय है कि करोड़ 17 लाख से अधिक कोविड टीकाकरण के साथ ही 18 वर्ष से अधिक आयु की पूरी आबादी को टीके की कम से कम एक डोज लग चुकी है, जबकि 87.67% से अधिक वयस्क लोगों को दोनों खुराक मिल चुकी है। 15 से 17 आयु वर्ग में 94.74% किशोरों को पहली खुराक मिल चुकी है और 64.33% से किशोरों को दोनों डोज लग चुकी है।