Coronavirus In UP: कई जिलों में तैनात नेशनल मोबाइल मेडिकल यूनिट, घर बैठे दे रही मुफ्त इलाज

Coronavirus In UP: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 18 फरवरी 2019 में नेशनल मोबाईल मेडिकल यूनिट का शुभारंभ किया था।

Newstrack :  Network
Published By :  Shivani
Update:2021-05-22 10:52 IST

एनएमएमयू का वाहन File Photo 

Coronavirus In UP: उत्तर प्रदेश में कोरोना की रोकथाम और स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने प्रदेश के लोगों को घर बैठे निशुल्क इलाज (Free Medical Treatment) की सुविधा देने की व्यवस्था की। इसके लिए साल 2019 में नेशनल मोबाईल मेडिकल यूनिट (एनएमएमयू) (National Mobile Medical Unit) शुरू की गई, जो कोरोना काल में जीवनदायिनी बन गई।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 18 फरवरी 2019 में नेशनल मोबाईल मेडिकल यूनिट का शुभारंभ लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान से किया था। एनएमएमयू ने फरवरी 2021 तक 3976649 से अधिक लोगों को प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराया जबकि 427298 लोगों की चिकित्सकीय जांच इसके माध्यम से की गई।

योगी सरकार की इस जीवनदायिनी नेशनल मोबाईल मेडिकल यूनिट के जरीए चलते-फिरते अस्पताल से अब तक 45 लाख से अधिक लोगों को घर बैठे मुफ्त में इलाज दिया जा चुका है। इसके अलावा अबतक यूपी के 15 लाख से ज्यादा लोगों की सैंपलिंग और स्क्रीनिंग करने में भी इस यूनिट ने अपनी अहम भूमिका निभाई।

एनएमएमयू के वाहन ऐसे करते हैं काम

ये यूनिट 53 जिलों में कार्य कर रहीं, जिसके लिए 170 एनएमएमयू के वाहन तैनात किए गए हैं। ये अत्याधुनिक जांच के उपकरणों से लैस हैं। इसमें एक वरीष्ठ चिकित्सक के साथ एक फार्मासिस्ट, एक लैब टेक्नीशियन और एक स्टॉफ नर्स की मौजूदगी हर समय रहती है। इसके काम करने के तरीके के बारे में बता दें कि ये एनएमएमयू के वाहन गांव में एक निश्चित स्थान पर पहुंच कर बीमार लोगों का इलाज करते है। कई रोगों की जांच की सुविधा के साथ अन्य कई सर्विस दी जाती है।


आंकड़े के मुताबिक, पिछले तीन महीनों (फरवरी से अप्रैल) में यूपी में कुल 692562 लोगों को ओपीडी के माध्यम से इलाज दिया गया। वहीं लखनऊ में कुल 8783 लोगों को घर बैठे इलाज की निशुल्क सेवा दी गई।

एमएमयू पहुंचा रहा ओपीडी की सुविधा

ये एक तरह का छोटा सचल अस्पताल है, जो रोगियों के दरवाजे तक पहुंचता है। इस नेशनल मोबाइल मेडिकल यूनिट की वैन में कई उच्चस्तरीय व आधुनिक उपकरण मौजूद हैं जो इसे और भी खास बना देते हैं। इनमे नेब्यूलॉईजर, इलेक्ट्रिक नीडिलडिस्ट्रायर ,ईसीजी मशीन, एम्बू बैग, सेमी आटोमेटिक बायोकेमेस्ट्री एनेलाईज़र ,आटोस्कोप, टोनोमीटर, ग्लूकोमीटर, स्टेलाइज़र ,व्यू बॉक्स, ड्रेसिंग ड्रम , आपथेल्मोस्कोप , सेंट्रीफ्यूज मशीन ,लेरिंजोस्कोप, माइक्रो टाइपिंगसेंट्रीफ्यूज, हीमोग्लोबिन मीटर आदि प्रमुख हैं। कोरोना की एंटीजन जांच, कोरोना वायरस के लक्षणों की जांच के लिये इंफ्रारेड थर्मामीटर आदि भी इसमें रहता हे। इस वाहन के बाहरी हिस्से में एलईडी लगी है जिसपर गांव-गांव योगी सरकार की लाभकारी योजनाओं का प्रचार भी किया जाता है।

रोगियों को फॉलोअप देने 15 दिन बाद आती है NMMU 

नेशनल मोबाइल मेडिकल यूनिट गांव में जिस स्थान पर लोगों को इलाज मुहैया कराती है उसी स्थान पर वापस 15 दिनों बाद लौटती है। जिन रोगियों को डॉक्टर की सलाह से मुफ्त दवाइयां दी गई होती हैं उनका हालचाल लेती है। फॉलोअप के माध्यम से लोगों को बीमारियों से छुटकारा दिलाने का काम किया जाता है। इस दौरान गंभीर रोगियों को बड़े अस्पतालों में इलाज के लिये रेफर करने का काम भी किया जाता है। कोरोना काल में इनके माध्यम से गांव में स्क्रीनिंग का कार्य किया गया, एंटीजन के माध्यम से कोरोना की जांच में भी यह सहायक बनी हैं।
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