Coronavirus: यूपी में ऑक्सीजन की कमी हो रही दूर, सरकार ने की बड़ी पहल
Coronavirus: यूपी में ऑक्सीजन की उपलब्धता के लिए CM योगी बड़ी पहल की है। जल्द ही ऑक्सीजन को लेकर UP आत्मनिर्भर हो जाएगा।
Coronavirus: कोरोना वायरस की दूसरी लहर के चलते यूपी में बीते दिनों संक्रमण के नए मामलों की रफ्तार काफी ज्यादा हो गई थी। हालांकि अब प्रदेश में नए मामलों में कुछ राहत देखी जा रही है। कुछ डॉक्टरों और वैज्ञानिकों की ओर से यह दावा किया गया है कि यूपी में अब कोरोना अपने पीक से नीचे आ गया है, इसीलिए नए मामलों की संख्या कम है।
हालांकि दूसरी लहर में नए मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने की वजह से अस्पतालों में बेड से लेकर ऑक्सीजन और रेमडेसिवीर जैसी जरूरी दवाइयों की किल्लत भी देखने को मिली। जिसे दूर करने के लिए सूबे की योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Government) लगातार काम कर रही है। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता के लिए बड़ी पहल की है।
जल्द दूर होगी ऑक्सीजन की समस्या
इस पहल के बाद अब जल्द ही ऑक्सीजन (Oxygen) को लेकर प्रदेश आत्मनिर्भर हो जाएगा और दूसरे राज्यों से ऑक्सीजन मंगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। दरअसल, सीएम के निर्देश के बाद प्रदेश में युद्ध स्तर पर 485 ऑक्सीजन प्लांट में से 290 ऑक्सीजन प्लांट पर काम चल रहा है। जबकि 167 के प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजे गए हैं।
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर उत्तर प्रदेश में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं। सीएम योगी ने निजी मेडिकल कॉलेजों में भी ऑक्सीजन प्लांट लगाने के निर्देश दिए हैं। ऐसे निजी मेडिकल कॉलेज जिन्हें सरकार ने टेकओवर कर लिया है, उनमें अगर ऑक्सीजन प्लांट नहीं है, तो सरकार उनमें ऑक्सीजन प्लांट लगवाएगी, जिसकी इसकी प्रतिपूर्ति प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों को दी जाने वाली धनराशि से की जाएगी।
होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को दिया जा रहा ऑक्सीजन
गौरतलब है कि प्रदेश में ऑक्सीजन आडिट और सॉफ्टवेयर आधारित ट्रैकिंग के अच्छे परिणाम देखने को मिल रहे हैं। मौजूदा समय में सभी जिलों में पर्याप्त बैकअप है। मेडिकल कॉलेजों में भी ढाई दिन तक का ऑक्सीजन स्टोर किया गया है। बता दें कि बीते 24 घंटों में यूपी में 753 एमटी ऑक्सीजन की आपूर्ति हुई है। साथ ही होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को भी ऑक्सीजन उपलब्ध कराया जा रहा है।
फिलहाल राज्य में 25 ऑक्सीजन प्लांट कार्य कर रहे हैं। इसके अलावा सूबे में पीएम केयर फंड से कुल 188 नए ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने हैं, जिनमें से पांच लग चुके हैं, जबकि 16 पर काम जारी है। इसके अलवा केंद्र को 167 ऑक्सीजन प्लांट के लिए प्रस्ताव भेज दिया गया है।
प्रदेश में राज्य सरकार की ओर से 27, चीनी मिलों और आबकारी विभाग की ओर से 79, बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन की ओर से 10, सांसद निधि से छह और विधायक निधि से 37, स्टेट डिजास्टर रीलिफ फंड (SDRF) से 25 और पाथ की ओर से दो ऑक्सीजन प्लांट लग रहे हैं। सीएसआर फंड से भी 59 प्लांट लग रहे हैं, जिसमें तीन लग चुके हैं।
यूपी में ब्लैक फंगस का कहर जारी
Black Fungus: एक तरफ जहां प्रदेश में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई युद्ध स्तर पर जारी है तो वहीं दूसरी ओर यूपी में ब्लैक फंगस के मामले भी तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। जिसे देखते हुए सूबे की योगी सरकार ने इसे महामारी घोषित कर दिया है। सरकार ने केंद्र सरकार के निर्देशों के क्रम में कोविड की तर्ज पर ब्लैक फंगस को भी सरकार ने महामारी घोषित कर दिया है।
बता दें कि ब्लैक फंगस के बढ़ते हुए कहर के मद्देनजर केंद्र ने सभी राज्यों को पत्र लिखकर इसके लिए सतर्क करते हुए म्यूकरमाइकोसिस को महामारी एक्ट के तहत अधिसूचित रोग घोषित करने को कहा था।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में अब तक 'ब्लैक फंगस' के 200 से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं। जबकि अब तक कई मरीजों की मौत भी हो चुकी है। लखनऊ, वाराणसी और मेरठ में म्यूकरमाइकोसिस (Mucormycosis) के ज्यादा मामले देखने को मिल रहे हैं।
क्या है ब्लैक फंगस?
कोरोना मरीजों (Covid patient) में म्यूकोरमाइकोसीस (Mucormycosis) फंगल इन्फेक्शन (Fungal infection) बहुत ज्यादा देखा जा रहा है। जो एक खतरे की घंटी है। इस फंगल इन्फेक्शन के बढ़ते मामलों के बीच इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने इसके लिए गाइडलाइन्स (Guidlines) जारी कर दिए हैं। जिससे कोरोना मरीजों को ठीक होने में मदद मिलेगी। जैसे कोरोना संक्रमण को नजरअंदाज नहीं किया जा साकता वैसे ही म्यूकोरमाइकोसीस इन्फेक्शन को भी नजर अंदाज नहीं किया जा सकता। ऐसा करना आपके लिए जानलेवा साबित हो सकता है।