कोविड-19: 10 हजार औद्योगिक इकाईयों में तैयार की जा रही हेल्प डेस्क
देश में कोरोना संकट से निपटने के लिए सरकार सतर्क है और लोगों का दो गज की दूरी, मास्क है जरुरी। यह बात केवल स्लोगन के साथ सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है। जिससे लोग घर से निकले तो मास्क लगा होना चाहिए। इसके लिए सरकार ने सरकारी संस्थानों में ही नहीं, बल्कि सभी मल्टीनेशनल कंपनियों में कोविड 19 हेल्प डेस्क बनाने की बात कही गई है।
नोएडा देश में कोरोना संकट से निपटने के लिए सरकार सतर्क है और लोगों का दो गज की दूरी, मास्क है जरुरी। यह बात केवल स्लोगन के साथ सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है। जिससे लोग घर से निकले तो मास्क लगा होना चाहिए। इसके लिए सरकार ने सरकारी संस्थानों में ही नहीं, बल्कि सभी मल्टीनेशनल कंपनियों में कोविड 19 हेल्प डेस्क बनाने की बात कही गई है। जिसमें 50 से अधिक कर्मचारी कार्यरत है। इसके लिए दो कर्मचारियों की रोस्टर के हिसाब से तैनाती की जाए। जो दो-दो सप्ताह का हेल्प डेस्क कार्यभार संभाले। इस योजना के तहत नोएडा में 10 हजार औद्योगिक संस्थानों में कोविड 19 हेल्प डेस्क तैयार हो रही है।
यह पढ़ें....देखें मुस्लिम महिलाएं: यहां की सरकार जबरन करा रही ये गंदा काम, सामने आई करतूत
बता दें कि जैसे-जैसे कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रहा है। सरकार ने इसे रोकने के लिए कमर कस ली है। सरकारी संस्थानाअें से लेकर मल्टीनेशन कंपनी और औद्योगिक इकाइयों में कोविड हेल्प डेस्क के जरिए सख्ती से प्रत्येक कर्मचारी दो गज की दूरी, मास्क है जरुरी नियम को पालन करने को कहा है।
सरकार ने 22 जून को शासनादेश जारी कर सभी सरकारी संस्थानों और औद्योगिक इकाइयों में कोविड 19 हेल्प डेस्क बनाने का निर्देश दिया है। जिसका पालन कराने की जिम्मेदारी सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) एवं निर्यात प्रोत्साहन विभाग को सौंपी है।
यह पढ़ें...नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को लोधी एस्टेट का बंगला खाली करने का आदेश
हेल्प डेस्क की होगी सुविधा
*दो कर्मचारियों की रोस्टर के हिसाब से तैनाती, दो सप्ताह पूर्ण होने के बाद कर्मचारियों को बदला जाएगा
*तैनात कर्मचारी मुहं पर मास्क व हाथ में ग्लब्स पहनकर मौजूद रहेंगे, कोविड 19 की जानकारी से भिज्ञ रहेंगे
*परिसर में घुसने वाले व्यक्ति को दो गज की दुरी पर रहने को कहेंगे, उसकी जांच करेंगे
*हेल्प डेस्क पर सैनिटाजर, थर्मल स्कैनर, पल्स आक्सीमीटर को उपलब्धता होगी
*लक्षणात्मक लोगों की आक्सीजन सेचुरेशन की जांच पल्स आक्सीमीटर से की जाएगी, प्रशिक्षण दिया जाएगा
*रीडिग 94 फीसद से कम आने पर तत्काल जिला स्वास्थ्य विभाग को संदर्भित किया जाएगा
*प्रत्येक जांच के बाद पल्स आक्सीमीटर को हाइड्रोजन पराक्साइड से विसंक्रमित किया जाएगा
*आरोग्य सेतु खुद प्रयोग करने व उसकी सक्रियता को बढ़ाने के लिए अन्य को प्रेरित किया जाए
*पान मसाला तम्बाकू का प्रयोग परिसर में नहीं किया जाएगा
* खांसी, जुकाम, बुखाार, गले में खरास, सांस लेने में दिक्कत वाले कर्मचारियों कार्यालय नहीं बुलाया जाएगा
*हेल्प डेस्क पर स्क्रीनिग के दौरान खांसी, जुकाम, बुखाार, गले में खरास, सांस लेने में दिक्कत वाले चिह्नित कर्मचारियों की सूचना स्वास्थ्य विभाग देनी होगी।
रिपोर्टर : दीपांकर जैन