फर्रुखाबाद रेलवे ट्रैक पर चटकी पटरी पर पैसेंजर ट्रेन गुजरी, हादसा होने से बची

फर्रुखाबाद रेलवे रूट पर आईआईटी और नारामऊ के बीच पटरी चटक गई। चटकी पटरी के बावजूद रेलवे कर्मियों की लापरवाही से पैसेंजर ट्रेन चटकी पटरी से गुजर गई। गनीमत यह रही कि ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त होने से बच गई।

Update:2017-10-25 14:51 IST

कानपुर: पिछले साल रेल हादसा होने के बाद भी रेलवे प्रशासन अभी भी नहीं चेता है। कानपुर में बुधवार (25 अक्टूबर) को रेल हादसा होते-होते बचा। कानपुर-फर्रुखाबाद रेलवे रूट पर आईआईटी और नारामऊ के बीच पटरी चटक गई। चटकी पटरी के बावजूद रेलवे कर्मियों की लापरवाही से पैसेंजर ट्रेन गुजर गई। गनीमत यह रही कि ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त होने से बच गई।

गाड़ी के निकलने के घंटों बाद पटरी चटकने की जानकारी कर्मचारियों को हुई। जानकारी के बाद पटरी से कासन लगाकर ट्रेनों को गुजारा गया और मरम्मत कार्य शुरू हुआ।

नहीं लगी भनक

अनवरगंज से फर्रूखाबाद होते हुए कासगंज रेलवे रूट पर बुधवार को उस वक्त बड़ा हादसा होने से बच गया। जब कल्याणपुर के आगे फर्रूखाबाद की ओर जा रही पैसेंजर ट्रेन करीब छह बजे आईआईटी गेट और नारामऊ के बीच चटकी पटरी से गुजर गई। ट्रेन के गुजरने के बाद भी रेलवे कर्मियों को पटरी में आई करीब आधा इंच से अधिक की दरार आने की भनक नहीं लगी।

कासगंज फर्रुखाबाद मामला

सवारियों से भरी पैसेन्जर ट्रेन के जाने के 2 घंटे बाद लगभग सुबह 8ः15 बजे ट्रैक की निगरानी करने निकले कीमैन ने पटरी चटकी देखी तो उसके होश उड़ गए। आनन-फानन कल्याणपुरऔर मंधना स्टेशन के साथ रेलवे के आलाधिकारियों को कीमैन ने पटरी चटकी होने की जानकारी दी। रेलवे अधिकारियों ने सूचना मिलते ही अभियंत्रण टीम को मौके पर भेजा। इस बीच कानपुर फर्रूखाबाद रेल रूट पर कई गाड़ियों के आने का समय था। यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए तुरंत कासन लेते हुए पटरी की मरम्मत का कार्य शुरू हुआ। लगभग चार घंटे तक इस रूट पर पटरी पर मरम्मत कार्य और कासन के चलते गाड़ियां रेंगती हुई निकाली गई। इस दौरान कर्मचारी कासन से पहले ही गाड़ियों के चालकों को पटरी से गुजरते समय सावधान भी करते रहें।

इस कारण पड़ी दरार

रेलवे विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक आईआईटी गेट और नारामऊ के बीच क्लैंप के पास से जुड़ी पटरी की बेल्डिंग खुल गई थी। जिसकी वजह से पटरी में दरार आ गई थी। पटरी की बेल्डिंग खुलने के चलते ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त होने का खतरा पैदा हो गया था। पटरी की मरम्मत कार्य पूरा करने के बाद रेलवे की टेक्निकल टीम ने ट्रैक का निरीक्षण भी किया।

इसी ट्रैक पर पहले भी हुई थी घटना

बताते दें कि कुछ माह पूर्व इसी रेलवे रूट पर मंधना के पास शरारती तत्वों द्वारा कटर से पटरी काटने का प्रयास भी किया था। यह घटना उस वक्त की गई थी जब कानपुर के पुखरायां और रूरा में एक्सप्रेस ट्रेनें दुर्घटना का शिकार हो गई थी। ऐसे में मंधना के पास पटरी कटाने की घटना को रेलवे विभाग ने बड़ी गंभीरता से लिया था और इसकी उच्चस्तरीय जांच की गई थी।

Tags:    

Similar News