Janmashtami in Prayagraj: जन्माष्टमी पर बाजारों में दिखा अमृत महोत्सव का क्रेज, तिरंगा रंग की पोशाक बनी लोगों की पसंद

Janmashtami in Prayagraj: भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव की धूम देश ही नहीं बल्की विदेशों में भी मच रही है। देशभर के श्याम सुन्दर बांके बिहारी के कई रूप भक्तों की आस्था बने हुए है।

Report :  Syed Raza
Update:2022-08-18 18:01 IST

 प्रयागराज: जन्माष्टमी पर बाजारों में दिखा अमृत महोत्सव का क्रेज

Janmashtami in Prayagraj: भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव की धूम देश ही नहीं बल्की विदेशों में भी खूब मच रही है। देशभर के श्याम सुन्दर बांके बिहारी के कई रूप भक्तों की आस्था बने हुए है। यशोदानंदन के दर्शन करने के लिए जन्माष्टमी में कृष्ण मंदिरों में कृष्ण भक्तो की भारी भीड़ उमड़ती है। इसी कड़ी में प्रयागराज में जन्माष्टमी की रौनक बाज़ारो में खासा तौर पर देखी जा रही है।

भगवान् कृष्ण की बाल स्वरूप लड्डू गोपाल की एक से बढ़कर प्रतिमा भक्तों का मन मोह रही है। जिसके चलते लड्डू गोपाल की प्रतिमा की जमकर खरीदारी हो रही है साथ में उनको साज-श्रंगार के सामान की भी। जन्माष्टमी को लेकर लड्डू गोपाल के लिए नई-नई पोशाक, मुकुट और बांसुरी के साथ-साथ बाजूबंद भी लोग खरीद रहे हैं। 20 रुपये से लेकर 5 हजार रुपये तक की पोशाक दुकानदारों के पास है और भक्त अपने अपने लड्डू गोपाल को सजाने संवारने के लिए जमकर खरीदारी कर रहे हैं।


माखन का कटोरा, मिश्री की थाल, मिट्टी की खुशबू, बारिश की फुहार,

राधे की उम्मीद, कन्हैया को प्यार, मुबारक हो आपको जन्माष्टमी का त्योहार!

सिर्फ प्रतिमा के साज- श्रंगार का सामान ही नहीं बल्कि, उनके आराम और मनोरंजन की चीजों ने भी बाजार में रौनक बिखेर रखी है। पोशाक के साथ साथ इस बार झूले वाला बेड, नन्हे नन्हे सोफे सेट, छोटा सा डायनिंग टेबर, भोजन थाल और प्यारे प्यारे झूले लाला के भक्तों की पहली पसंद बने हुए हैं। इसके अलावा आप बाजार में छोटे से कूलर, छाता और उनके खिलौने भी देख सकते हैं। लोग लाला से जुडी बहुत सी चीजों को खरीद रहे है ।

खास बात तो ये है कि आजादी के अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) को देखते हुए इस बार के बाजारों में तिरंगे रंग के साथ-साथ रंग बिरंगी पोशाकों और कान्हा से जुड़े सामानों की धूम भी दिखाई दे रही है। प्रयागराज के सबसे पॉश इलाके सिविल लाइंस के बाजारों में रौनक देखी जा रही है। खरीदारी करने आई महिलाओं का कहना है कि वह इस बार पास भी बेहद खास तरीके से मना रही हैं।


विदेशों में भी जन्माष्टमी का त्योहार धूम-धाम से मनाया जाता है

बता दें कि हिंदू धर्म में श्रीकृष्ण को भगवान विष्णु का आठवां अवतार माना गया है। पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान कृष्ण का जन्म भाद्र मास की कृष्ण पक्ष के अष्टमी तिथि को मथुरा के कारागार में हुआ था। भगवान कृष्ण मथुरा के राजा कंस की बहन देवकी की आठवीं संतान थे। भगवान कृष्ण की जन्मदिन के उत्सव के रूप में हर साल भाद्र या भादो महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पावन त्योहार भक्त बड़े ही उत्साह से मनाते हैं सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी जन्माष्टमी का त्योहार बड़े ही धूम-धाम के साथ मनाया जाता है।

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