बहराइच: मुख्य सचिव दीपक सिंघल ने अधिकारियों को सुधरने के लिए 15 दिन का समय दिया है। श्रावस्ती में हौसला योजना शुरू करने आए मुख्य सचिव ने मंच से ही डीएम, एसपी, अधिशासी अभियंता से लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारी और नायब तहसीलदार तक की कड़े शब्दों में खिंचाई की। सिंघल ने कहा कि 15 दिन में न सुधरे तो सख्त कार्रवाई होगी।
अधिकारियों को मंच से फटकार
-मुख्य सचिव ने जिलाधिकारी नीतीश कुमार और पुलिस अधीक्षक हेमंत कुटियार को सीधे सीधे चेतावनी दे दी।
-उन्होंने कहा कि जब मै हौसला योजना के के लिए श्रावस्ती आया तो मुझे पता चला कि ये दोनों अधिकारी जनता से नही मिलते हैं।
-आज मंच के माध्यम से मै इनको चेतावनी देता हूं कि ये अपनी गलतियों को सुधार लें वरना इन्हें इसके नतीजे भुगतने पड़ेंगे।
-नाम लिए बगैर मुख्य सचिव ने यहां तक कह डाला कि यहां एक अभियंता ऐसा है जो छह बजे से ही आबकारी विभाग अपने अंदर बैठा लेता है। मै उनको भी चेतावनी देना चाहता हूं कि अगर उन्हें कुछ सेवन करना है तो दस बजे के बाद करें और उससे पहले का समय समाज सेवा में लगाएं।
मुख्यमंत्री ने दी खुली छूट
-सिंघल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने 11 लड़कियों से किताब का दूसरा पन्ना पढ़ने को कहा लेकिन एक भी लड़की नहीं पढ़ सकी।
-उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि अगर श्रावस्ती की शिक्षा व्यवस्था जल्द नही सुधरी तो इसके मुखिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
-मुख्य सचिव का समर्थन करते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी मंच से कहा कि सिंघल साहब अभियंता सहित जिस अधिकारी पर, जो भी कार्रवाई करना चाहें उन्हें मेरी तरफ से पूरी छूट है।