जापानी नागरिकों से भारतीय युवाओं ने ऐेसे की ठगी, खुलासे से चौंके सभी
साइबर सेल ने 6 युवाओं को पकड़ा है, जिन्होंने जापान के लोगों को ठगने के लिए जापान की भाषा सीखी और जापानियों को ठग लिया।
गाज़ियाबाद: क्या आप यकीन करेंगे कि भारत में बैठे हुए 6 युवाओं ने जापान में बैठे हुए कुछ जापान के नागरिकों को ठग लिया। जी हां ये सच एनसीआर के गाजियाबाद से सामने आया है। गाजियाबाद में साइबर सेल ने 6 युवाओं के एक गैंग को पकड़ा है, जिन्होंने जापान के लोगों को ठगने के लिए पहले जापान की भाषा सीखी और जापानियों को ठग लिया।
जापानी नागरिकों को ठगने का तरीका
आरोपी एक प्राइवेट कंपनी से संपर्क करके जापान में बैठे ऐसे लोगों का डाटा निकलवाया, जिनके मोबाइल में सॉफ्टवेयर अपडेट पेंडिंग थे। बस फिर क्या था। जापान में बैठे उन लोगों को ये आरोपी फोन करते थे और कहते थे कि आपका सॉफ्टवेयर अपडेट करने के लिए जो रकम आपको देनी है, उसको लेकर एक ऑफर चल रहा है। ऑफर का लालच देकर पीड़ित जापानी नागरिक से सॉफ्टवेयर की डिटेल हासिल कर लेते थे। इसके साथ ही ऑफर के नाम पर ही जापान में बैठे व्यक्ति को कहा जाता था कि उन्हें एक लिंक भेजा जा रहा है। जैसे ही वो व्यक्ति लिंक पर क्लिक करता था, उसके फोन या कंप्यूटर को भारत में बैठा आरोपी हैक कर लेता था। पीड़ित से संबंधित सॉफ्टवेयर की डिटेल्स को भी एक अन्य कंपनी को बेच दिया जाता था। इस तरह से ठगी का ये पूरा गोरखधंधा चल रहा था। पुलिस को शक है कि आरोपियों ने अब तक 100 से ज्यादा जापानी नागरिकों के फोन हैक करके उनको लाखों का चूना लगाया है। अभी तक 15 पीड़ित जापानी नागरिकों की डिटेल्स पुलिस को मिल पाई है।
प्राइवेट कंपनी में काम से लेकर ग्रेजुएशन तक
पुलिस के मुताबिक आरोपियों में से दो लड़के ग्रेजुएशन कर रहे हैं। इसके अलावा चार लड़के प्राइवेट कंपनी में जॉब कर रहे हैं। लेकिन सभी को कंप्यूटर सॉफ्टवेयर की अच्छी खासी नॉलेज है और इसी नॉलेज का फायदा उठाकर आरोपियों ने जापान में बैठे लोगों को ठगने का काम शुरू कर दिया। एक बार ठगी करने के बाद जब यह कामयाब हो गए, तो इन्हें इसकी लत लग गई थी।
किसी फिल्म की तरह यह रात को ठगी किया करते थे और दिन में पढ़ाई और जॉब किया करते थे, जिससे इन पर किसी को शक नहीं होता था, लेकिन पुलिस को हाल के दिनों में कुछ शिकायतें मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने ऐसे साइबर ठगों की तलाश शुरू की थी और फिर आरोपी पुलिस के शिकंजे में आ ही गए। भारत में बैठकर जापानी नागरिकों को ठगने का यह पहला मामला अपने आप में चौंकाने वाला है।