Cyclone Yaas: यूपी में झमाझम हुई बारिश, ठंडी हवाओं से मौसम हुआ सुहाना

Cyclone Yaas: चक्रवात तूफान के चलते यूपी में झमाझम बारिश दर्ज की गई है। साथ ही झारखंड में भी कई जिलों में बरसात हुई है।

Newstrack :  Network
Published By :  Shreya
Update: 2021-05-28 03:48 GMT

बारिश (फोटो- न्यूजट्रैक)

Weather Forecast: चक्रवाती तूफान यास (Cyclone Yaas) ने बंगाल और ओडिशा समेत कई राज्यों में अपना असर छोड़ा। यास की दस्तक के साथ ही भारी बारिश (Heavy Rainfall) और तेज हवाओं के चलते बंगाल और ओडिशा में काफी ज्यादा नुकसान हुआ है। कई जगह पेड़ उखड़ गए तो कई घरों को भी नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा झारखंड, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में भी चक्रवात यास का असर देखने को मिल रहा है।

उत्तर प्रदेश में भी यास तूफान का असर देखने को मिल रहा है। यहां राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के कई जिलों में गुरुवार शाम से ही मौसम में बदलाव देखा जा रहा है। यास के चलते कई जगह पर झमाझम बारिश भी दर्ज की गई। बता दें कि मौसम विभाग (IMD) की ओर से इसके लिए पहले से ही चेतावनी जारी कर दी गई थी। विभाग ने बताया था कि यास तूफान का असर खासकर पूर्वी उत्तर प्रदेश में देखने को मिलेगा। पूर्वी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है।

बारिश में साइकिल पर जाता युवक (फोटो-न्यूजट्रैक)

इन जिलों में हुई बारिश

राजधानी लखनऊ की बात की जाए तो यहां पर बादल छाए हुए हैं और कई जगहों पर बूंदाबांदी और हल्की बारिश हो रही है। इसके अलावा बाराबंकी, गाजियाबाद, अयोध्या, वाराणसी, प्रयागराज, मथुरा, कासगंज, बस्ती, सहारनपुर, प्रतापगढ़ और हमीरपुर में बारिश जारी है। इनमें से कई जिलों में लगातरा बारिश का सिलसिला जारी है तो वहीं कहीं कहीं पर रूक रूक कर बारिश हो रही है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, पूर्वांचल में यास तूफान का व्यापक असर देखने को मिलेगा।

वहीं, यूपी के कई जिलों में बारिश होने से लोगों को काफी राहत मिली है। ठंडी हवाओं और बारिश से मौसम सुहाना हो गया है और तापमान में भी गिरावट आई है।

झारखंड में कमजोर पड़ रहा यास

इसके अलावा झारखंड में भी तूफान का व्यापक असर देखने को मिला। हालांकि मौसम विभाग के मुताबिक, अब ये धीरे धीरे कमजोर होता जा रहा है। मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद ने बताया कि राज्य में शुक्रवार को चक्रवात उत्तर जिलों की ओर बढ़ते हुए कमजोर पड़ सकता है। इस बीच राज्य के रांची, लातेहार, गढ़वा, पलामू, रांची, कोडरमा, खूंटी, बोकारो, रामगढ़ और हजारीबाग के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की जा सकती है।

दूसरी ओर क्षिणी जिले पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सराकेला-खरसावां और सिमडेगा में मौसम साफ रहने की आशंका जताई गई है। लेकिन कहीं कहीं पर हल्की बारिश होने की बात मौसम विभाग ने कही है। इसके साथ ही हवा की रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर रहने की संभावना है। हालांकि जानकारी के मुताबिक, आज से अधिकतम तापमान में बढ़ोत्तरी शुरू हो जाएगी। तीन दिनों में अधिकतम तापमान तीन डिग्री ऊपर जा सकता है।

समुद्र में उठती लहरें (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

मानसून पर नहीं पड़ेगा असर

जाहिर है कि चक्रवात तौकते और यास के बाद मानसून के प्रभावित होने की संभावना जताई गई थी। हालांकि तौकते के बाद तो विभाग ने साफ कह दिया था कि इसका असर मानसून पर नहीं पड़ने वाला है। यास के बाद भी ऐसा ही सवाल बना हुआ था कि क्या मानसून पर इस तूफान का कोई असर पड़ेगा। इसका जवाब देते हुए IMD ने गुरुवार को कहा कि मानसून पर दोनों चक्रवातों ताउते और यास से कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।

IMD के मुताबिक, मानसून अपने तय समय से एक दिन पहले ही देश में दस्तक देगा। 31 मई को केरल में पहुंचने की संभावना जताई गई है। आईएमडी के मुताबिक, परिस्थितियां दक्षिण पश्चिमी मानसून के तय समय से पहले ही 31 मई तक केरल के ऊपर पहुंच जाने के पक्ष में बनी हुई हैं।

बता दें कि चक्रवात तूफान तौकते और यास के चलते देश के कई हिस्सों में मानसून से पहले ही भारी बारिश दर्ज की गई है, लेकिन मानसून पर इन तूफान का असर नहीं पड़ा है। यह 31 मई तक केरल में दस्तक दे सकता है। बताते चलें कि आमतौर पर केरल में मानसूनी बारिश एक जून से शुरू होती है, जो कि मानसूनी सीजन की शुरुआत मानी जाती है। आईएमडी ने इस साल सामान्य मानसूनी सीजन का अनुमान जारी किया है।


Tags:    

Similar News