Lucknow News: लखनऊ नगर निगम की गाड़ियों से डेढ हजार लीटर डीजल रोज हुआ चोरी, प्रशासन को नहीं लगी भनक
Lucknow News: लखनऊ जिले में साफ सफाई की व्यस्था सुचारू रूप से चलती रहे इसके लिए नगर निगम ने गाड़ियों को लगाया गया। अब इन वाहनों से भारी मात्रा में डीजल चोरी का मामला खुल के सामने आया है।
Lucknow News: लखनऊ नगर निगम के वाहनों से भारी मात्रा में डीजल चोरी का मामला सामने आने के बाद इस मामले की गोपनीय जांच कराई गई तो पता चला, हर दिन करीब ढाई हजार लीटर में से डेढ़ हजार लीटर डीजल की बचत हुई है। जिस से अनुमान लगाया गया, कि एक हजार लीटर डीजल फागिंग के वाहनों पर खर्च होने से डेढ़ हजार लीटर डीजल की चोरी हो रही थी। यानी कि अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों के इस खेल में नगर निगम को हर दिन करीब 1.40 का चूना लाख लगाया जा रहा था
नगर आयुक्त ने कराई जांच
तो वहीं दूसरी ओर लखनऊ शहर में कूड़ा नहीं उठने का मामला सामने आने के बाद नगर निगम के वर्कशाप से जहां तेल वितरण होता है। नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने नगर निगम में डीजल चोरी की हो रही घटनाओं पर नजर रखने के लिए अलग से एक टीम लगाई थी। तो डीजल वितरण में सख्ती की गई जब कुछ दिन में ही खपत कम दिखाई देने लगी। तो उतने ही वाहनों को डीजल दिया जाता रहा, जितना पहले दिया जा रहा था। नगर आयुक्त ने माना कि तेल की अधिक खपत के बावजूद कूड़ा उठान का उस हिसाब से नहीं हो रहा था।
यह जांच में बात सामने आई
इस डीजल चोरी के मामले की जांच नगर अभियंता पीके सिंह को दी गई थी। इस जांच में पता चला कि आरआर विभाग से हर दिन सुबह शाम को वाहनों को तेल दिया जाता है। डीजल लेने के बाद चालक वाहनों में लगे सेंसर से छेड़छाड़ कर देते और यह जानकारी स्मार्ट सिटी में लगे सिस्टम में आ जाती थी। इसका मैसेज वर्कशाप से जुड़े अधिकारियों तक पहुंच जाता, जब पांच मार्च से लेकर 18 नवंबर तक 85 वाहनों से तेल चोरी सेंसर में छेड़छाड़ की गई। इस जांच के दौरान 1 वीडियो से कर्मचारी राकेश तिवारी और भास्कर सिंह की संलिप्तता सामने आने के बाद निलंबित कर दिया गया।