कोरोना से मिलेगा छुटकारा, रायबरेली एम्स में जल्द शुरु होगा L3 हॉस्पिटल
रायबरेली जिले में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण और मरीजों की संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन की तैयारियां लगातार...
रायबरेली: रायबरेली जिले में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण और मरीजों की संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन की तैयारियां लगातार नाकाफी साबित हो रही है। जिला प्रशासन अपने सीमित संसाधनों के भीतर रायबरेली जिले के मॉडर्न रेल कोच फैक्ट्री के आवासीय परिसर स्थित अस्पताल को L2 अस्पताल में परिवर्तित किया। रेल कोच स्पेशल अस्पताल में इस समय 300 बेड की व्यवस्था है।
कोरोना वायरस संक्रमण और मरीजों की संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग L2 अस्पताल में वार्डों की संख्या बढ़ाने की कवायद में जुटा हुआ है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही रेल कोच फैक्ट्री के L2 अस्पताल में वार्डों की संख्या बढ़ जाएगी, जिससे कोरोना के मरीजों का इलाज हो सकेगा।
कोरोना से लड़ाई की जद्दोजहद के बीच एक राहत भरी खबर और आई है। रायबरेली के डीएम वैभव श्रीवास्तव के प्रयास से रायबरेली एम्स में 50 बेड का L3 अस्पताल बनने का रास्ता साफ हो गया है।
गौरतलब है कि रायबरेली के जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने L3 अस्पताल बनाए जाने प्रस्ताव शासन को भेजा था। उस प्रस्ताव को शासन ने केंद्र सरकार को भेजा, जिसे केंद्र सरकार ने मंजूर कर लिया और अगले 7 दिनों में रायबरेली के एम्स में 50 बेड L3 अस्पताल चालू होने की संभावना है। इससे अस्पताल में कोरोना संक्रमण के गंभीर मरीजों का इलाज किया जाएगा। इसमें 10 बेड का आईसीयू बनाया जा रहा है, जिसमें वेंटिलेटर की व्यवस्था भी होगी।
वहीं जिले की स्थिति बहुत ही खराब होती जा रही है। रोजाना कोरोना के मरीज 600 से ज्यादा निकल रहे हैं। जिसको लेकर गंगा घाट के किनारे शावों को लकड़ी भी नसीब नहीं हो पा रही है। जिसकी वजह से फतेहपुर जिले से लकड़ी मंगा कर दाह संस्कार किया जा रहा है। यूकेलिप्टस की लकड़ियों से दाह संस्कार किया जा रहा है और लाशों को कुत्ते भी नोच-नोच कर खा रहे हैं। एक ऐसा फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।