Deshaj utsav 2024 : देशज में महाराष्ट्र के नंदेश उमप ने मराठी गीतों से सजाई शाम
Deshaj utsav 2024 : सोनचिरैया फाउंडेशन द्वारा गोमतीनगर के लोहिया पार्क में आयोजित लोकसंस्कृति को समर्पित उत्सव देशज की अंतिम शाम को सजाने महाराष्ट्र के लोककलाकार नंदेश उमप उपस्थित रहे।;
Deshaj utsav 2024 (ashutosh tripathi)
Deshaj utsav 2024 : शनिवार की सुबह महाराष्ट्र में जहां चुनावी हलचल लेकर आई तो वहीं दूसरी ओर अवध की शाम भी मराठी रंग का चोला ओढ़े आई। सोनचिरैया फाउंडेशन द्वारा गोमतीनगर के लोहिया पार्क में आयोजित लोकसंस्कृति को समर्पित उत्सव देशज की अंतिम शाम को सजाने महाराष्ट्र के लोककलाकार नंदेश उमप उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि अवनीश अवस्थी और संस्कृति और पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम उपस्थित रहे। प्रस्तुति की शुरुआत प्रयागराज आकाशवाणी के कलाकारों द्वारा लोक गायिका संगीता के प्रतिनिधित्व में 18 महिलाओं के गायन से हुआ। इन महिलाओं ने प्रयागराज में कुम्भ के लिए आमंत्रण देते हुए पहला गीत अवधी भाषा में 'हम माघ महिनवा में गंगा नहाइब' प्रस्तुत किया।
Deshaj utsav 2024
इसके बाद महिलाओं ने भोजपुरी लोकगीत 'प्रयागराज की पावन धरती पर लागल भारी भीड़,चलो सब गंगा जमुना तीर' महाकुम्भ और प्रयाग के महत्त्व को बताया। इस प्रस्तुति के अंत में लोकगायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी ने भी सुर से सुर मिलाते हुए सुन्दर नृत्य प्रस्तुत किया।
Deshaj utsav 2024
बुंदेलखंड के युद्धकला को प्रदर्शित करने वाले लोकनृत्य पाइडंडा की प्रस्तुति रमेश पाल के निर्देशन में 51 बच्चों ने दी। दिवाली के समय प्रस्तुत किये जाने वाले इस नृत्य में मार्शल आर्ट और कुश्ती का अनोखा संगम देखने को मिला।