डॉक्टर 'बेटे' की शादी में आशीर्वाद देने पहुंचे राजनाथ सिंह, 20 साल पहले लिया था गोद

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा कि जब मैं उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री था तो एक बच्चे की पढ़ाई लिखाई की ज़िम्मेदारी मैंने उठायी थी। वह बच्चा पढ़ लिख कर डॉक्टर बना। आज उसी डा. बृजेंद्र के विवाह समारोह में उसके घर जाकर शामिल हुआ और उसे अपनी शुभकामनाएं दीं।

Update:2021-02-27 21:58 IST
राजनाथ सिंह जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने एक अनुसूचित जाति के लड़के को गोद लिया था, ताकि उसका भविष्य संवार सकें।

गाजीपुर: देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शनिवार को गाजीपुर जिले के सैदपुर पहुंचे। यहां वह अपने दत्तक पुत्र की शादी में शामिल हुए। राजनाथ सिंह जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने एक अनुसूचित जाति के लड़के को गोद लिया था, ताकि उसका भविष्य संवार सकें। आज उसी बेटे की शादी में आशीर्वाद देने वह उसके घर पहुंचे।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा कि जब मैं उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री था तो एक बच्चे की पढ़ाई लिखाई की ज़िम्मेदारी मैंने उठायी थी। वह बच्चा पढ़ लिख कर डॉक्टर बना। आज उसी डा. बृजेंद्र के विवाह समारोह में उसके घर जाकर शामिल हुआ और उसे अपनी शुभकामनाएं दीं। मेरे लिए निश्चित रूप से यह एक बड़े संतोष और आनंद का क्षण है।



बिजेंद्र ने कक्षा आठ में किया था टाॅप

दरअसल राजनाथ सिंह जब यूपी के मुख्यमंत्री थे तब सैदपुर नगर के वार्ड 11 मदारीपुर की अनुसूचित जाति की सुशीला देवी के प्रतिभाशाली बेटे बृजेंद्र ने आश्रम पद्धति विद्यालय वाराणसी में कक्षा आठ टाॅप किया था। उस समय तत्कालीन मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह ने फोन कर बिजेंद्र की पारिवारिक स्थिति के बारे में जानकारी ली। उनको जानकारी मिली कि इस बच्चे के ऊपर पिता का साया नहीं है, तब उन्होंने बिजेंद्र को गोद ले लिया।

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20 सालों में नहीं भूले पिता का फर्ज

इसके बाद से राजनाथ सिंह कक्षा 9 से लेकर MBBS में सेलेक्शन होने तक हर समय पिता की भूमिका निभाई। प्रदेश और देश के बड़े पदों पर रहने के बावजूद भी वह अपने दत्तक पुत्र से मिलते रहे और उसका हालचाल जानते रहे। जब राजनाथ ने बिजेंद्र के भविष्य को बेहतर बनाया। आज उसका नतीजा यह है कि वह एक सफल डॉक्टर है। बृजेन्द्र ने बताया कि राजनाथ सिंह ने कभी भी पिता की कमी महसूस नहीं होने दी।

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