Delhi-Meerut Expressway: मेरठ से दिल्ली का सफर अब होगा महंगा, एक्सप्रेस-वे इस्तेमाल करने पर अब ढ़ीली करनी होगी जेब
Delhi-Meerut Expressway: एक अप्रैल से मेरठ से दिल्ली सफर का सफ़र महंगा हो जाएगा क्योंकि एक्सप्रेस-वे इस्तेमाल करने पर अब टोल वसूली शुरू हो जाएगी।
Delhi-Meerut Expressway: दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (Delhi-Meerut Expressway) पर एक अप्रैल 2021 से चल रहा मुफ्त का सफर सिर्फ छह दिन और कर सकते हैं। एक अप्रैल से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर टोल वसूली शुरू हो जाएगी। राजमार्ग मंत्रालय (Ministry of Highways) से स्वीकृति के बाद भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) (NHAI) ने अधिसूचना जारी कर दी है। इसी अधिसूचना के साथ टोल दरें भी जारी की गई हैं। दिल्ली से डासना तक टोल नहीं देना होगा। लेकिन दिल्ली से मेरठ तक पूरे मार्ग का टोल चुकाना होगा। एक्सप्रेस वे पर बाइक चलाने पर प्रतिबंध (Bike riding on the expressway banned) रहेगा।
एक्सप्रेसवे से रोज गुरजने वाले वाहनों के लिए दूसरा झटका यह है कि पूर्व में तय की गईं टोल की दरों में 10 से 15 फीसदी का इजाफा हुआ है। पिछले साल जो दरें रखी गई थीं उसमें मेरठ से दिल्ली जाने के लिए एक तरफ से 140 रुपये टोल रखा गया था लेकिन अब इसे बढ़ाकर 155 रुपये कर दिया गया है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने मंत्रालय के पास इसका प्रस्ताव भेजा था। बता दें कि इससे पहले एनएचएआई ने इस एक्सप्रेसवे पर 25 दिसंबर 2021 की सुबह 8 बजे से टोल वसूली करने की तैयारी कर ली थी, लेकिन बाद में इसे टाल दिया गया था।
एक अप्रैल से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर वसूली शुरू
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार ने आज बताया कि ट्रायल पहले ही हो चुका था। संबंधित उपकरण लगाए जा चुके हैं। अब संबंधित कंपनी टोल एक अप्रैल से वसूली शुरू करेगी उन्होंने बताया कि इस एक्सप्रेस-वे पर टोल वसूली आटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर के आधार पर साफ्टवेयर यह पता कर लेगा कि वाहन ने कहां प्रवेश किया था और कहां पर निकास हो रहा है। उसी आधार पर फास्टैग खाते से टोल कटेगा। पूरे एक्सप्रेस-वे पर किसी भी हिस्से में कैश लेन नहीं है। सभी लेन पर फास्टैग से ही प्रवेश व निकास होगा। हालांकि यदि किसी के पास फास्टैग नहीं है तो वह पूरी दूरी का दोगुना टोल देकर प्रवेश व निकास कर सकेगा।
दिल्ली से डासना तक टोल माफ़
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के परियोजना निदेशक के अनुसार यदि कोई मेरठ से दिल्ली तक जाता है तो उसे एक तरफ का टोल 155 रुपये देने होंगे और वापस लौटने पर भी 155 रुपये चुकाने होंगे। मगर यदि कोई 24 घंटे के अंदर ही वापस लौट आता है तो उसका टोल सिर्फ डेढ़ गुना ही कटेगा। दिल्ली से अगर कोई वाहन डासना तक आएगा तो उसे टोल नहीं देना होगा। चिपियाना आरओबी का निर्माण पूरा हो जाने के बाद फिर दोनों साइड से पूरा टोल देना पड़ेगा। एनएचएआई अप्रैल माह के अंत तम इस आरओबी का निर्माण पूरा कर लेगा।
परियोजना निदेशक के अनुसार अगर कोई वाहन मेरठ से गाजियाबाद के इंदिरापुरम तक जाएगा तो उसे इस प्वाइंट तक का टोल देना होगा। यातायात के नियम तोड़ने पर चालान ऑनलाइन किए जाएंगे।
taja khabar aaj ki uttar pradesh 2022, ताजा खबर आज की उत्तर प्रदेश 2022