किसान आंदोलन: रास्ता खोलने का काम शुरू, NH9 से हटाए गए पत्थर के बैरिकेड
NH9 की एक और लेन के खुलने के बाद किसानों ने कहा है कि उनके आंदोलन पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
गाज़ियाबाद। गाजीपुर बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस ने नेशनल हाईवे 9 की दूसरी यानी मुख्य लेन से भी पत्थर के बैरिकेड हटा दिए हैं। दिल्ली पुलिस रात करीब 11:00 बजे क्रेन लेकर नेशनल हाईवे 9 पर पहुंची।आपको बता दें,नेशनल हाईवे 9 पर दिल्ली से गाजियाबाद जाने वाली इस दूसरी लेन पर से बैरिकेड हटाए गए हैं। ये लेन दिल्ली से गाजियाबाद को जोड़ने वाली मुख्य लेन है। इस लेन को 26 जनवरी के बाद से बंद रखा गया था।इस लेन को इमरजेंसी वाहनों के लिए दिल्ली की आवाजाही के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। आपको बताते हैं,इससे किसान आंदोलन पर क्या फर्क पड़ेगा।
बता दें कि,करीब 1 महीने पहले दिल्ली पुलिस ने दिल्ली से नेशनल हाईवे 9 को गाजियाबाद से जोड़ने वाली एक लेन को खोल दिया था। इस लेन पर ट्रैफिक सुचारू चल रहा था।मगर गाजियाबाद से दिल्ली जाने वाला ट्रैफिक नेशनल हाईवे 9 पर किसान आंदोलन के चलते बाधित है। इसलिए दिल्ली से आने वाली दूसरी लेन को खोल कर इसे वैकल्पिक रूप से,इमरजेंसी वाहनों के इस्तेमाल के लिए खोला जा रहा है। बड़ी क्रेन के माध्यम से पत्थर के बैरिकेड उठाकर हटा दिए गए। हालांकि फिलहाल टेंपरेरी बैरिकेडिंग यहां पर रखी गई है, जिसे जल्द दिल्ली पुलिस हटा देगी।
किसान कर रहे थे मांग
NH9 की एक और लेन के खुलने के बाद किसानों ने कहा है, कि उनके आंदोलन पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। किसान खुद इस लेन के खुलने की मांग कर रहे थे।किसानों ने कहा कि उनका मकसद आवाजाही को बाधित करना नहीं है। इसलिए सभी वैकल्पिक रास्ते उनकी तरफ से छोड़े गए हैं। गाजियाबाद से दिल्ली जाने वाली नेशनल हाईवे 9 की मुख्य लेन के अलावा सर्विस लेन पर किसान करीब 5 महीने से बैठे हैं। उन्होंने साफ कर दिया है कि यह रास्ते तभी खोलेंगे,जब मांगे पूरी होंगी। किसानों ने बताया कि रात अचानक जब दिल्ली पुलिस बुलडोजर और क्रेन लेकर आई,तो कई तरह की बातें सोशल मीडिया पर कहीं जाने लगी,कि किसान आंदोलन हटाया जा रहा है। लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है।