Sonbhadra: प्रयागराज-चेन्नई से जुड़ा मिला डेंगू मरीजों का कनेक्शन, दीवाली पर आए थे घर, राहत कार्य में जुटी टीमें

Sonbhadra Dengue Cases : यूपी के सोनभद्र जिले के दुद्धी क्षेत्र में शुक्रवार को डेंगू के 5 मरीज मिले थे। उनका कनेक्शन प्रयागराज और चेन्नई जैसी जगहों से मिला है।

Update: 2022-10-29 14:01 GMT

dengue cases in rampur (Social Media)

Sonbhadra Dengue Cases : यूपी के सोनभद्र जिले के दुद्धी क्षेत्र में शुक्रवार को डेंगू के 5 मरीज मिले थे। उनका कनेक्शन प्रयागराज (Prayagraj) और चेन्नई (Chennai) जैसी जगहों से मिला है। बताया जा रहा है कि मरीज दिवाली की छुट्टी पर घर आए थे। इस दौरान जब उन्होंने जांच कराई तो उन्हें डेंगू पीड़ित होने की पुष्टि हुई। शनिवार (29 अक्टूबर 2022) को डेंगू प्रभावित गांवों में स्वास्थ्य टीमों ने कैंप किया। साथ ही, जिला मलेरिया अधिकारी धर्मेंद्र कुमार श्रीवास्तव की अगुवाई वाली टीम ने ग्रामीणों को घर-घर जाकर जागरूक किया। कई जगह एंटी लार्वा का भी छिड़काव कराया गया।

जिले के दुद्धी क्षेत्र में शनिवार सुबह स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची। टीम ने सीएचसी अधीक्षक के साथ डेंगू प्रभावित चार गांवों का दौरा किया। इस दौरान बचाव और जागरूकता अभियान चलाया। संक्रामक रोगों के लिए गठित सर्विलांस टीम के जरिए आरबीएसके की एक टीम ने डॉ. संजय के नेतृत्व में सुरेश गुप्ता और एलटी लक्ष्मण के साथ धनौरा तथा मनबसा में कैंप किया।

टीम ने नमूने लेकर जांच की 

वहीं, एक अन्य टीम डॉ. गौरव सिंह तथा डॉ. दिलीप प्रसाद की अगुवाई में एएनएम शशि, एलटी विष्णु दयाल के साथ खजुरी और निमियाडीह में कैंप की। टीम ने ग्रामीणों से सैंपल लिए और जांच की। डॉक्टर्स बचाव कार्य में जुटी रही। इसके अलावा यहां मैलाथियान छिड़काव, फॉगिंग के साथ गांव के लोगों को जागरूक किया।

डेंगू-मलेरिया से बचाव के ये हैं उपाय 

साथ ही उन्हें घरों के आसपास कहीं भी पानी जमा न होने, टूटे-फूटे बर्तनों, पुराने टायरों व कबाड़ को नष्ट करने, पानी के टैंक या बर्तनों को हमेशा ढंककर रखने, सुबह-शाम घर में धुआं करने, सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करने, बुखार होने पर तुरंत गांव के आशा कार्यकर्ता के पास जा कर खून की जांच कराने और मलेरिया होने पर इलाज के लिए दी गई दवा का पूरा सेवन करने की सलाह दी गई।

अन्य जिलों या राज्य के हैं पीड़ित 

जिला मलेरिया अधिकारी धर्मेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि, प्रभावित गांवों में डेंगू के साधन या गांव में स्थाई रूप से रह रहे व्यक्ति, मलेरिया पीड़ित नहीं पाया गया। वहीं, जो पीड़ित पाए गए हैं, उसमें धनौरा के निरंकार जायसवाल नैनी प्रयागराज, निमियाडीह निवासी वीरेंद्र चेन्नई और खजूरी गांव निवासी रामबहादुर के रेनुकूट से आकर जांच कराने की बात सामने आई है। राम बहादुर रेणुकूट में नौकरी करता है। खजुरी में उसका ससुराल है। जांच कराते वक्त उसने खजुरी का पता अंकित करा दिया था। इसी तरह दो अन्य मरीजों की भी कुछ इसी तरह की हिस्ट्री सामने आई है।

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