देवरिया कांड: DM सुजीत कुमार हटाए गए, UP के सभी संरक्षण गृहों की 12 घंटे में रिपोर्ट तलब

Update:2018-08-06 14:51 IST

लखनऊ: देवरिया के महिला संरक्षण गृह में महिलाओं और बालिकाओं से जबरन देह व्यापार कराने के मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ से सख्त रूख अख्तियार किया है। इसकी गाज डीएम सुजीत कुमार पर गिरी है। सीएम के आदेश के बाद उन्हें देवरिया के जिलाधिकारी पद से हटा दिया गया है। राज्य सरकार ने एक वर्ष पहले संस्था को बंद करने का निर्देश दिया था। पर समय रहते सुजीत कुमार द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई।

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सीएम योगी ने सभी डीएम को तुरंत अपने - अपने जिलों में स्थित महिला संरक्षण गृह का निरीक्षण करने और 12 घंटे में आख्या उपलब्ध कराने को कहा है। इन निर्देशों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की भी चेतावनी दी गई है। बता दें कि सीएम ने बीते 3 अगस्त को सभी डीएम को बाल एवं महिला संरक्षण गृहों के व्यापक निरीक्षण के संबंध में विस्तार से निर्देश दिए थे और उसी के तुंरत बाद यह घटना प्रकाश में आई है।

जांच के लिए बनी कमेटी, चापर से रवाना

सीएम ने पूरे प्रकरण की जांच के लिए अपर मुख्य सचिव महिला कल्याण रेणुका कुमार और अपर पुलिस महानिदेशक (महिला हेल्पलाइन) अंजू गुप्ता की एक जांच कमेटी भी गठित करने के निर्देश दिए हैं। दोनों महिला अफसर को चापर से देवरिया स्थित घटनास्थल भेजा गया है। यह अफसर सात अगस्त तक शासन को अपनी आख्या उपलब्ध कराएंगी। उनकी जांच में कमिश्नर गोरखपुर भी मदद करेंगे।

दो डीपीओ सस्पेंड

सीएम ने कर्तव्य पालन में शिथिलता बरतने के आरोप में देवरिया के पूर्व जिला प्रोबेशन अधिकारी अभिषेक पांडेय को भी तत्काल निलम्बित करने और पूर्व प्रभारी जिला प्रोबेशन अधिकारी के रूप में तैनात नीरज कुमार और अनूप सिंह के विरूद्ध विभागीय जांच के निर्देश दिए हैं। जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रभात कुमार को भी सस्पेंड किया गया है।

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