Mahoba News: ठग कंपनियों के खिलाफ सड़क पर उतरे जमाकर्ता, किया प्रदर्शन

Mahoba News Today: जिले में चिटफंड कम्पनियों की जनता शिकार हो रही है। तकरीबन पांच लाख लोगों का जमा 60 हजार करोड़ रुपया लूटकर महोबा में दर्जनों कंपनियां फरार हो चुकी हैं।

Report :  Imran Khan
Update: 2022-12-27 14:14 GMT

महोबा: ठग कंपनियों के खिलाफ सड़क पर उतरे जमाकर्ता, किया प्रदर्शन

Mahoba News: महोबा की जनता ठगी गई है। जल्द करोड़ों रुपये कमाने का लालच महंगा पड़ गया है। जिले में चिटफंड कम्पनियों (chit fund companies) की जनता शिकार हो रही है। तकरीबन पांच लाख लोगों का जमा 60 हजार करोड़ रुपया लूटकर महोबा में दर्जनों कंपनियां फरार हो चुकी हैं। पल्स, कल्पतरु, परिवार डेयरी में जनता के करोड़ों रुपये लगे हुए हैं। आज सैकड़ों पीड़ितों ने कलेक्ट्रट पहुंचकर डीएम से शिकायत की है।

महोबा कलेक्ट्रेट में ठगी से पीड़ित जमाकर्ता परिवार संगठन द्वारा सत्याग्रह प्रदर्शन करते हुए लोगों का करोड़ों रुपए लेकर फरार हुई कंपनियों पर कार्यवाही की मांग की। साथ-साथ पीड़ितों के भुगतान कराए जाने की गुहार लगाई गई। जिसके लिए जिला अधिकारी को एक ज्ञापन भी पीड़ितों ने सौंपा है। डीएम ने पूरे मामले में हर मदद का भरोसा दिया है।

करोड़ों रूपये की ठगी

दरअसल, आपको बता दें कि पूरे देश के साथ बुंदेलखंड के महोबा में भी तमाम प्राइवेट कंपनियों ने लोगों की मेहनत के पैसों को जमा कर उनके साथ करोड़ों रूपये की ठगी कर डाली। कल्पतरु, कर्मभूमि, टोगो, सहारा, पल्स, वी स्टार, परिवार डेयरी, साईं आदि हजारों ठग कंपनियों और कोऑपरेटिव सोसायटी द्वारा लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाया है। इस ठगी में जहां जमा कर्ताओं को अपने जमा पैसे का भुगतान नहीं मिल पा रहा है तो वहीं इस कंपनी में बतौर एजेंट काम करने वाले लोग भी दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं।

गिरोह बनाकर जनता को लूटने वाली कंपनियों के खिलाफ प्रदर्शन

गिरोह बनाकर जनता को लूटने वाली इन कंपनियों के खिलाफ पीड़ित लामबंद हो गए हैं। यही वजह है कि महोबा में ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार संगठन द्वारा सैकड़ों की तादाद में इकठ्ठा होकर कलेक्ट्रेट में सत्याग्रह प्रदर्शन किया गया और प्रदर्शन के दौरान इन कंपनियों और उसके संचालकों पर मुकदमा लिखे जाने के साथ-साथ लोगों की जमा पूंजी वापस लाए जाने की मांग की गई।

संगठन के संयोजक मदनलाल आज़ाद बताते हैं कि जमाकर्ताओं के साथ धोखा हुआ है। कंपनियों में पैसा सुरक्षित होने के नाम पर जमा करके ये ठग कम्पनियाँ लापता हो गई। इन प्राइवेट कंपनियों के चलते उनका परिवार भुखमरी की कगार पर है। जिसके लिए डीएम को ज्ञापन दिया है।

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