मेरठ: जिले के एक अधिकारी द्वारा घूस लेने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। विजिलेंस की टीम ने घूस लेने के आरोप में एक डिप्टी सीएमओ को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है, कि सीएमओ कार्यालय में तैनात एक डिप्टी सीएमओ ने नर्सिंग होम की रजिस्ट्रेशन की एवज में डेढ़ लाख रुपए रिश्वत लिया है।
विजिलेंस की टीम ने डिप्टी सीएमओ को गिरफ्तार कर जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि पूरी कार्रवाई कमिश्नर डॉ. प्रभात कुमार के निर्देश पर की गई है। फिलहाल डिप्टी सीएमओ के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की जा रही है।
क्या है पूरा मामला?
मवाना सीएचसी में तैनात एक डेंटिस्ट की परिचित एक महिला ने मवाना में नर्सिग होम खोलने की अनुमति के लिए सीएमओ कार्यालय में अप्लाई किया था। आरोप है कि नोडल अधिकारी डिप्टी सीएमओ अशोक कुमार निगम ने जांच में नर्सिंग होम को क्लीन चिट देने की एवज में महिला से तीन लाख की घूस मांगी थी। मामले की शिकायत काॅल रिकाॅर्ड कर कमिश्नर डॉ.प्रभात कुमार से की गई थी।
विजिलेंस ने रंगे हाथ दबोचा
इसके बाद मंगलवार (26 दिसंबर) को कमिश्नर के आदेश पर विजिलेंस टीम के इंस्पेक्टर श्रीभगवान शर्मा ने टीम के साथ डिप्टी सीएमओ को गिरफ्तार कर लिया।
योजना के अनुसार डिप्टी सीएमओ कार्यालय के कमरा नंबर- 3 से अशोक निगम को डेढ़ लाख की रकम के साथ विजिलेंस टीम ने दबोचा। उनके कार्यालय से विजिलेंस की टीम ने अन्य कागजात भी बरामद की है। आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
इनका क्या है कहना
मामले में सीओ सिविल लाइन चक्रपाणि त्रिपाठी का कहना है, कि 'विजिलेंस द्वारा कार्यवाही की गई है। शिकायतकर्ता की शिकायत पर ये कार्यवाही हुई है। विजिलेंस टीम जांच में जुटी है।