Dev Deepawali in Prayagraj: देव दीपावली में दिखा दीपों का महाकुम्भ, 11 लाख दीपों से जगमगाया संगम क्षेत्र
Dev Deepawali in Prayagraj: देव दीपावली का पर्व संगम नगरी प्रयागराज में त्रिवेणी के तट पर परम्परागत तरीके से श्रद्धापूर्वक मनाया जा रहा है। इस मौके पर घाटों को 11 लाखों दीयों से सजाया गया है।
Dev Deepawali in Prayagraj: देव दीपावली (Dev Deepawali) का पर्व संगम नगरी प्रयागराज में गंगा-यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी के तट (Triveni bank) पर परम्परागत तरीके से श्रद्धापूर्वक मनाया जा रहा है। इस मौके पर हज़ारों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में घाटों को 11 लाखों दीयों से सजाया गया है।
देवगणों के स्वागत में गंगा और यमुना की भव्य आरती
देवगणों के स्वागत में गंगा और यमुना की भव्य आरती की गई। गंगा-यमुना की धारा में दीपदान हो रहा है। घाटों को दीयों, मोमबत्तियों, रंगोली और फूलों से बेहद ख़ूबसूरती के साथ सजाया गया है। इस अद्भुत नज़ारे को देखने और देवगणों के स्वागत के लिए हज़ारों श्रद्धालु यहाँ पर इकठ्ठा हैं। आरती और पूजा-अर्चना के बाद नदियों को प्रदूषण मुक्त करने का संकल्प भी लिया गया है।
3 दिन पहले से की जा रही थी देव दीपावली की तैयारी
संगम क्षेत्र में देव दीपावली की तैयारी 3 दिन पहले से ही की जा रही थी। आज सुबह से ही दीपों को जलाने के लिए और रंगोली बनाने के लिए श्रद्धालुओं का जमावड़ा देखा गया। देव दीपावली पर गंगा-यमुना की रेती और घाटों पर एक साथ आस्था के लाखों दीये जगमगा उठने से ऐसा लग रहा मानो आसमान से सितारे ज़मीन पर उतर आये हों।
अदृश्य रूप से देवी देवता आज के दिन संगम तट पहुंचते हैं: श्रद्धालु
संगम तट पर पहुंचे श्रद्धालुओं का कहना है कि अदृश्य रूप से देवी देवता आज के दिन संगम तट पहुंचते हैं। ऐसे में हम सभी उनका स्वागत दीपों को जला कर के और विशेष पूजा आरती करके करते हैं। श्रद्धालुओं का कहना है कि पिछली बार की तरह इस बार भी कोरोना संक्रमण और डेंगू जल्द से जल्द पूरे तरीके से खत्म हो इसके लिए भी प्रार्थना कर रहे हैं। संगम तट पर 11 लाख दिये तो जलाए गए हैं साथ ही साथ फूलों की रंगोली भी कई जगह बनाई गई। जो आकर्षण का केंद्र बनी रही।