मिर्जापुर में पत्रकार के उत्पीड़न पर डीजीपी ने तोड़ी चुप्पी, कही ये बड़ी बात
बाराबंकी में आज उत्तर प्रदेश पुलिस के मुखिया डीजीपी ओ.पी.सिंह पहुंचे और यहां पुलिस कर्मियों के साप्ताहिक अवकाश के बारे में वस्तुस्थिति को जाना।
बाराबंकी: प्रदेश में मिर्जापुर जिले के प्राथमिक विद्यालय में बच्चों के दोपहर के भोजन में नमक रोटी परोसे जाने की खबर दिखाने वाले पर हुई पुलिसिया कार्रवाई पर आज प्रदेश के डीजीपी ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि हम पत्रकार को उत्पीड़ित नहीं करते। इस मामले की जाँच चल रही है और कानून अपना काम करेगा।
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बाराबंकी में आज उत्तर प्रदेश पुलिस के मुखिया डीजीपी ओ.पी.सिंह पहुंचे और यहां पुलिस कर्मियों के साप्ताहिक अवकाश के बारे में वस्तुस्थिति को जाना।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने जिन दो जिलों को पुलिस कर्मियों के साप्ताहिक अवकाश के लिए पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चुना था उसमें बाराबंकी भी एक था। आज प्रदेश के डीजीपी उसी की समीक्षा के लिए पहुंचे थे।
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जनपद के मसौली थाने में निरीक्षण के उपरान्त डीजीपी ने पत्रकारों से बात की।
डीजीपी ने मिर्जापुर के प्राथमिक विद्यालय में मिड डे मील की थाली में नमक रोटी परोसे जाने के मामले का खुलासा करने वाले पत्रकार पर हुई पुलिसिया कार्रवाई के मामले में अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि " हम किसी पत्रकार को उत्पीड़ित नहीं करते कानून अपना काम कर रहा है।
इस मामले में जाँच चल रही है और रूल आफ लॉ जो कहेगा वहीं होगा। इस मामले में कानून के तहत ही कार्रवाई होगी।
डीएम ने पुलिसिया कार्रवाई पर दी ये सफाई
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के जिला मजिस्ट्रेट ने जिले के एक स्कूल में बच्चों को रोटी और नमक परोसे जाने की रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकार पवन जायसवाल के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर पर सफाई देते हुए कहा कि अगर वो प्रिंट के पत्रकार हैं तो उन्होंने तस्वीरें क्यों नहीं ली और वीडियो क्यों बनाया?
मालूम हो कि इस मामले को उजागर करने वाले पवन जायसवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
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