ये हैं UP पुलिस DIAL 100 के नशेड़ी पुलिसवाले, जो आपकी सेवा में हैं सदैव तत्पर, खुद ही देखिए
ये हैं यूपी के नशेड़ी पुलिसवाले। जो आपकी सेवा में सदैव तत्पर हैं। ऐसा हम नहीं ये तस्वीरें कह रही हैं। खाकी को बदनाम करने का यह शर्मनाक चेहरा यूपी के शामली जिले का है। जहां नशे में चूर पुलिसकर्मियों ने अनोखी होली खेली। जाम पर जाम छलकाते और खुल्लम-खुल्ला हाईवे पर हंगामा करने वाले ये जाबांज जवान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक डायल 100 के सिपाही हैं।
शामली: ये हैं यूपी के नशेड़ी पुलिसवाले। जो आपकी सेवा में सदैव तत्पर हैं। ऐसा हम नहीं ये तस्वीरें कह रही हैं। खाकी को बदनाम करने का यह शर्मनाक चेहरा यूपी के शामली जिले का है। जहां नशे में चूर पुलिसकर्मियों ने अनोखी होली खेली। जाम पर जाम छलकाते और खुल्लम-खुल्ला हाईवे पर हंगामा करने वाले ये जाबांज जवान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक डायल 100 के सिपाही हैं।
दरअसल, मामला यूपी के शामली जिले में थाना आदर्श मंडी क्षेत्र की टिटौली चौकी का है। जहां पर होली के दिन (13 मार्च) को दीपक और विपिन नाम के दो सिपाही डायल 100 की गाड़ी के बोनट पर बैठकर शराब पी रहे हैं और कह रहे हैं कि भाई ये हमारा त्यौहार है। हम त्यौहार भी मनाएंगे और ड्यूटी भी करेंगे।
ये वही पुलिस है जो दूसरो को कानून का पाठ पढ़ाती है और अब खुद ही कानून की सरेआम धज्जियां उड़ा रही है। हालांकि इन पुलिसकर्मियों को एसपी अजयपाल शर्मा ने सस्पेंड कर दिया है, लेकिन इसके बावजूद पुलिसकर्मियों पर कई सवाल खड़े हो गए हैं।
यूपी की यह वही पुलिस है जिसका दावा अखिलेश ताल ठोक कर करते हैं और कहते हैं कि यूपी में लॉ एंड आर्डर को चुस्त दुरुस्त करने के लिए डायल 100 आपके घर 10 मिनट के अंदर पहुंच जाएगी, लेकिन ये तस्वीरें तो कुछ और ही बयां कर रही हैं। जहां नशे में चूर पुलिसकर्मी खुद ही अपने आप को ना संभाल पा रहे हों वह भला यूपी की कानून व्यवस्था को क्या संभालेंगे?
पुलिस की ऐसी हालत को देखकर बदमाश किसी भी बड़ी घटना को कभी भी आसानी से अंजाम दे सकते हैं। किसी भी सूचना पर 10 मिनट में आपके पास पहुंचने वाली डायल 100 ही जब झूम बराबर झूम शराबी कर रही है तो आपके पास कैसे पहुंचेगी यह तो अखिलेश यादव ही भली भांति बता सकते हैं।
यूपी विधानसभा चुनाव 2017 में अखिलेश यादव ने डायल 100, विमेंस हेल्प लाइन 1090 जैसी कई योजनाओं के जरिए 'काम बोलता है' का नारा बुलंद किया और यूपी की सत्ता में दोबारा एंट्री लेनी की भरपूर कोशिश की, लेकिन उनका कितना काम बोला यह तो 11 मार्च को यूपी की जनता ने बता दिया।