DIOS उमेश त्रिपाठी ने लागू किया सिटिजन चार्टर, दो निजी स्कूलों में मारा छापा

यूपी में योगी सरकार के निजी स्कूलों द्वारा मनमानी फीस वसूले जाने पर सख्ती को देखते हुए सोमवार को डीआईओएस लखनऊ उमेश त्रिपाठी ने सिटीजन

Update:2017-04-10 18:28 IST

लखनऊ: यूपी में योगी सरकार के निजी स्कूलों द्वारा मनमानी फीस वसूले जाने पर सख्ती को देखते हुए सोमवार (10 अप्रैल) को डीआईओएस लखनऊ उमेश त्रिपाठी ने सिटीजन चार्टर को प्रभावी रूप से लागू कर दिया है। इसके तहत मनमानी फीस वसूलने वाले स्कूलों पर कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं। इसके तुरंत बाद उन्होंने दो निजी स्कूलों में छापेमारी की और एफआईआर दर्ज करवाने के आदेश दिए।

एक्जाॅन में मारा छापा, स्कूल नहीं दे पाया सही जानकारी

डीआईओएस उमेश त्रिपाठी ने सबसे पहले सोमवार को बाजारखाला स्थित एक्सॉन मोंटेसरी स्कूल में छापा मारा। वहां एक कमरे में कॉपी किताबों के सेट बने रखे थे। इसके बारे में जैसे ही डीआईओएस ने वहां मौजूद प्रिंसिपल से जानकारी मांगी तो वह उनसे उलझ पड़ीं। इसके बाद डीआईओएस इसी स्कूल की दूसरी ब्रांच में गए और वहां टीचर अटेंडेंस रजिस्टर के साथ उनकी सैलरी डिटेल्स मांगी। इस पर क्लर्क बहाने बनाने लगा तो उन्होंने पुलिस बुलाकर स्कूल पर एफआईआर के आदेश दिए।

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दुकान से गठजोड़ कर बेच रहा था किताबें

डीआईओएस ने इसके बाद राजकुमार एकेडमी में छापा मारा। वहां मौजूद अभिभावकों ने बताया कि स्कूल के पीछे विशाल प्रकाशन नांमक की दुकान से स्कूल की सेटिंग है। इस पर डीआईओएस ने पुलिस बल के साथ वहां छापेमारी की। वहां से राजकुमार एकेडमी लिखे कई बंडल कॉपी किताब मिले। इस पर दुकान को सील कर दिया गया और एफआईआर के आदेश दिए गए। डीआईओएस उमेश त्रिपाठी ने बताया कि दोनों स्कूलों की पूरी जांच होंगी।

5 टीमें लगातार करेंगी छापेमारी

डीआईओएस उमेश त्रिपाठी ने बताया कि हमने 5 टीमों का गठन किया है। ये टीमें लगातार अभिभावकों की शिकायत पर निजी स्कूलों में मनमानी फीस वसूलने से लेकर किताबे कॉपी बेचने की शिकायत पर काम करेंगी। टीमें स्कूलों की जांच करेंगी और मामला सही पाए जाने पर सम्बंधित स्कूल के खिलाफ कड़ी वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

और क्या कहा डीआईओएस उमेश त्रिपाठी ने ?

डीआईओएस उमेश त्रिपाठी ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा परिषद में सिटीजन चार्टर प्रभावी रूप से लागू किया जाएगा। नियमानुसार ही प्रबंधक फीस लें, वर्ना सख्त कार्रवाई होगी। स्कूल टीसी, मार्कशीट, एसी लगाने शुल्क नहीं ले सकते हैं। सारे स्कूल प्रबंधकों को व्हाट्स एप ग्रुप पर जोड़ा जाएगा और डिजिटल मॉनिटरिंग की जाएगी। जनपद में कुल 51 राजकीय, 101 सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय, 611 वित्तविहीन मान्यता प्राप्त विद्यालय संचालित हैं।

राजकीय व सहायता प्राप्त विद्यालयों का एक ग्रुप और वित्तविहीन के 3 ग्रुप बनाए गए हैं। इस ग्रुप को जिला प्रशासन, पुलिस (समस्त थाने), शिक्षा विभाग एवं शासन के शैक्षिक प्रशासन से जोड़ा गया है।

डीआईओएस उमेश त्रिपाठी ने तत्काल प्रभाव से 25 टीमों का गठन मनमानी फीस लेने वाले स्कूलों पर छापा मारने का मौखिक आदेश जारी कर दिया है। डीआईओएस ने बताया कि प्रबंधक खुद को जनसेवक कहते हैं, उन्हें कक्षा में छात्रों की संख्या से टीचर के वेतन और मेंटेनेन्स खर्च के योग को विभाजित करके जो भी आंकड़ा आएगा वही स्कूल की प्रति छात्र फीस होगी। सभी स्कूलों से ई-मेल आईडी प्राप्त कर ग्रुप बनाया गया है। इस ग्रुप में आईसीएसई, सीबीएसई, मदरसा बोर्ड और संस्कृत शिक्षा परिषद से संचालित समस्त विद्यालयों के अलग-अलग ग्रुप तैयार किए गए हैं।

सालों से एक ही प्रकार का कार्य करने वाले सहायकों का पटल परिवर्तन किया जाएगा। पूर्व में कार्यरत सभी सहायकों को 3 दिन में उनके पास लंबित पत्रावलियों की सूची प्रस्तुत करने और उनके निस्तारण हेतु एक सप्ताह का समय दिया गया है। डाक के नवीन प्रकरणों की प्राप्ति और डाक का प्रेषण हेतु एक डिस्पैच और एक रिसीट काउंटर स्थापित किया गया है। इसके लिए 2 विंडो तैयार की गई है। विद्यालय से प्राप्त बिलों और स्थानांतरण स्लिप, असेसमेंट एवं चेकबुक पर लेखा विभाग द्वारा कार्यवाही करने हेतु माध्यमिक, लेखा सहायक एवं राजकीय लेखा सहायक के अलग अलग 2 काउंटर तैयार किए गए हैं। इस प्रकार प्राप्त प्रकरणों पर तत्काल, आज और सामान्य के अनुसार विभाजन करके निस्तारण किया जाएगा।

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