वाराणसी : विदेश मंत्रालय के बुकलेट में अभी भी मंत्री हैं '#मीटू' वाले अकबर

प्रवासी भारतीय सम्मेलन के लिए पिछले आठ महीनों से तैयारी की जा रही थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर सीएम योगी की नजरें सम्मेलन की तैयारियों पर लगी थीं। बावजूद इसके कार्यक्रम के पहले दिन ही बड़ी लापरवाही सामने आई। प्रवासी भारतीयों के बीच बांटी जाने वाली बुकलेट में आयोजकों ने पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर की भी फोटो छापी दी।

Update: 2019-01-21 10:48 GMT

वाराणसी : प्रवासी भारतीय सम्मेलन के लिए पिछले आठ महीनों से तैयारी की जा रही थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर सीएम योगी की नजरें सम्मेलन की तैयारियों पर लगी थीं। बावजूद इसके कार्यक्रम के पहले दिन ही बड़ी लापरवाही सामने आई। प्रवासी भारतीयों के बीच बांटी जाने वाली बुकलेट में आयोजकों ने पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर की भी फोटो छापी दी। जबकि मीटू के आरोप लगने के बाद एमजे अकबर को मोदी मंत्रिमंडल से हटा दिया गया है। लापरवाही सामने आने के बाद आयोजकों ने बुकलेट तो हटा दी लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। बुकलेट में एमजे अकबर की फोटो वायरल हो चुकी थी।

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आयोजकों ने कराई किरकिरी

वाराणसी में आयोजित 15 वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन में 78 देशों के लगभग 6 हजार प्रवासियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। सम्मेलन 21 जनवरी से 23 जनवरी तक चलेगा। इस दौरान जो भी प्रतिनिधि सम्मेलन में आ रहे हैं उन्हें विदेश मंत्रालय की ओर से एक किट दिया जा रहा है। किट में बुकलेट भी है जिसके कवर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह की तस्वीर छपी हैं। उनके साथ एमजे अकबर की भी फोटो है। फोटो के साथ उनका पद विदेश राज्य मंत्री लिखा गया है। बुकलेट में मोदी सरकार की कूटनीतिक सफलताओं का जिक्र किया गया है।

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एमजे अकबर पर ये है आरोप

पूर्व मंत्री एमजे अकबर पर 20 से अधिक महिला पत्रकारों ने मीटू के आरोप लगाए थे। मामला तूल पकड़ने के बाद एमजे अकबर को मंत्रिमंडल से रुखसत होना पड़ा। इस बीच प्रवासी भारतीय सम्मेलन में बांटी गई बुकलेट के बाद पूर्व मंत्री फिर से सुर्खियों में आ गए हैं। हालांकि बुकलेट के फ्रंट पेज पर 2014-2018 लिखा है। माना जा रहा है कि ये बुकलेट पुरानी है। लेकिन बड़ा सवाल ये है कि जिस कार्यक्रम पर पूरे देश की नजर है, वहां इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हो गई ?

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