खुद को बताया था कोरोना वायरस से पीड़ित, महिला की हो गई मौत

कुछ दिनों पहले मेडिकल कालेज पहुंची महिला को हैलट अस्पताल रेफर किया गया था। हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि उसे दिल की बीमारी थी, उसी का इलाज चल रहा था, कोरोना का कोई मामला नहीं था।

Update:2020-03-17 22:08 IST

कन्नौज: राजकीय मेडिकल कॉलेज तिर्वा पहुंचकर खुद को कोरोना से ग्रसित बताने वाली महिला का कानपुर के हैलट में इलाज के दौरान मौत हो गई। कुछ दिनों पहले मेडिकल कालेज पहुंची महिला को हैलट अस्पताल रेफर किया गया था। हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि उसे दिल की बीमारी थी, उसी का इलाज चल रहा था, कोरोना का कोई मामला नहीं था। परिजन बिना पोस्टमार्टम कराए ही शव को अपने पैतृक गांव ले आए। परिजनों के मुताबिक महिला ह्दय रोग से पीड़ित थी।

वह दिल्ली से लौटी थी

जिले के इन्दरगढ़ थाना क्षेत्र के मिडईपुर्वा गांव की निवासी रामबिहारी की पत्नी माया देवी (55) तीन दिन पहले रविवार को राजकीय मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड में पहुँची थीं। वहां उन्होंने डॉक्टरों को बताया था कि वह दिल्ली से लौटी हैं। जुकाम, बुखार व फ्लू से प्रभावित हैं। महिला ने आशंका जताई थी कि वह कोरोना से प्रभावित है। इस पर डॉक्टरों ने एम्बुलेंस की मदद से उसे कानपुर के हैलट अस्पताल में रेफर कर दिया था। हैलट में इलाज के दौरान सोमवार की रात उनकी मौत हो गई।

ये भी देखें: कोरोना के चलते इस राज्य के स्वास्थ्यर्मियों पर बड़ी कार्यवाई

परिजनों ने शव का किया अंतिम संस्कार

परिजन मंगलवार की सुबह उसके शव को बिना पोस्टमार्टम के ही गांव ले आए। यहां अन्तिम संस्कार कर दिया गया। मृतका के पति रामबिहारी ने बताया कि हैलट अस्पताल में डॉक्टरों ने कोरोना वायरस से प्रभावित होने से इंकार कर दिया था।

सीएमओ ने कहा-

सीएमओ ने बताया कि महिला फेफड़ो के संक्रमण से पीड़ित होने की बात सामने आई है। दिल्ली से दिसम्बर 2019 में वह यहां आई थी। पहले से ही उसका इलाज चल रहा था। हालत खराब होने पर मेडिकल कॉलेज से परिजन कानपुर ले गए थे। तड़के उसकी मौत हो गई।

ये भी देखें: गेहूँ क्रय नीति जारी एक अप्रैल से होगी खरीद, 55 लाख मी. टन गेहूँ क्रय का लक्ष्य

Tags:    

Similar News