कुष्मांडा देवी मंदिर के दर्शन कर जिलाधिकारी ने किया मंदिर परिसर का निरीक्षण और फिर...
उत्तर प्रदेश के कानपुर में घाटमपुर के एक प्राचीन मंदिर ने जिलाधिकारी के पहुंचने की सूचना पर तहसील में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में अधिकारी प्राचीन मंदिर के परिसर पहुंच गए।
कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में घाटमपुर के एक प्राचीन मंदिर ने जिलाधिकारी के पहुंचने की सूचना पर तहसील में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में अधिकारी प्राचीन मंदिर के परिसर पहुंच गए। जहां पर कुछ देर बाद जिला अधिकारी भी पहुंचे और उन्होंने मंदिर के दर्शन करते हुए मंदिर परिसर से लेकर मंदिर की सफाई तक का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कई मंदिर परिसर में सफाई को लेकर नाराजगी भी व्यक्त करी। कड़े निर्देश देते हुए कहा कि मंदिर परिसर में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए।
ये भी पढ़ें:दलित का किया ऐसा हाल: समर्थन में उतरे इस पार्टी के कार्यकर्ता, सरकार से की ये मांग
मिली जानकारी के अनुसार कानपुर की घाटमपुर तहसील का सर्वाधिक प्राचीन मंदिर कुष्मांडा देवी मंदिर के दर्शन करने के लिए सुबह जिलाधिकारी डॉ ब्रह्मदेव राम तिवारी पहुंचे। दर्शन के पश्चात उन्होंने पूरे ही मंदिर का निरीक्षण करने के बाद वहां पर आए श्रद्धालुओं से भी बातचीत की। बातचीत के दौरान श्रद्धालुओं ने मंदिर में बैठने की उचित व्यवस्था ना होने की बात कहीं तो मौके पर मौजूद अधिकारी को निर्देश देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं को संपूर्ण सुविधाएं मिलनी चाहिए।
ये भी पढ़ें:दिल्ली चुनाव: आम आदमी पार्टी ने जारी किया घोषणापत्र, बीजेपी को दी चुनौती
पीने के पानी से लेकर बैठने तक की उचित व्यवस्था कराई जाए। साथ ही साथ मंदिर के अंदर से लेकर बाहर तक की सफाई व्यवस्था को लेकर भी कड़े निर्देश दिए। उन्होंने कहा मंदिर परिसर में सफाई व्यवस्था का विशेष ध्यान दिया जाए। समय-समय पर विभागीय अधिकारी भी यहां पर आकर मंदिर व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहे। जिला प्रशासन से जो भी मदद चाहिए उसके लिए लिखित तौर पर अवगत कराया जाए। जल्द से जल्द मदद मुहैया कराई जाएगी। अपने चिर परिचित मुस्कुराते हुए अंदाज में जिलाधिकारी डॉ ब्रह्मदेव राम तिवारी ने मौके पर मौजूद अधिकारियों पर सफाई व्यवस्था को लेकर नाराजगी भी व्यक्त करी। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि आगे से इस प्रकार की समस्या आगे से नहीं दिखाई देनी चाहिए। निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत राज अधिकारी के साथ इत्यादि लोग मौजूद रहे।