जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बैठक, स्वास्थ्यकर्मियों को मिले निर्देश

जिलाधिकारी ने मरीजों के उठने व जाने के तुरंत बाद उनके बैठने वाले स्थान व् उसके सभी टचपॉइंट्स को तुरंत सोडियम आइसो क्लोराइड से डिसइनफेक्ट कराएं।

Update: 2020-05-14 13:00 GMT

अयोध्या: कोरोना महामारी के बीच ऑरेंज जोन के नाते-सरकार की मंशानुरूप जनता को पूर्व की भांति स्वास्थ्य से संबंधित आपातकालीन सेवायें उपलब्ध कराने के दृष्टिगत स्थानीय स्तर पर कार्य शुरू कर दिया गया है। जिसमें रेडियोलॉजिस्ट, पैथालाजिस्ट, डेंटिस्ट व जनरल सर्जन से संबंधित चिकित्सक शामिल है। जनपद के निजी चिकित्सालयों को कोविड-19 से बचाव हेतु स्वास्थ्य विभाग एवं जिला प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का अनुपालन कराते हुए इमरजेंसी सेवाएं प्रदान करने की अनुमति प्रदान की गई है। किसी भी अस्पताल या डॉक्टर को नॉर्मल ओपीडी चलाने की अनुमति प्रदान नहीं की गई है।

जिलाधिकारी ने दिए स्वास्थ्य विभाग को निर्देश

जिलाधिकारी अनुज कुमार झा की अध्यक्षता में जिला कलेक्ट्रेट के सभागार में संपन्न हुई बैठक के दौरान उन्होंने डॉक्टरों से कहा कि यथासंभव टेलीफोन पर ही मरीजों को उपचार से संबंधित सुझाव एवं दवाइयां की जानकारी प्रदान करें। जिसको देखना आवश्यक हो उसी को अस्पताल में देखें और जरूरी होने पर ही मरीज को अस्पताल में एडमिट करें। अन्यथा उसे पुनः घर पर भेज दे। जिलाधिकारी ने कहा सभी चिकित्सकों व अस्पताल के प्रबंधक मरीज व उसके तामीर को अस्पताल आने वालों के प्रवेश द्वार पर ही साबुन से हाथ धुलवाएं या सैनिटाइजर से हाथ को डिसइनफेक्ट करायें।

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यदि उनके पास मास्क न उपलब्ध हो तो उन्हें मास्क उपलब्ध कराने के बाद अस्पताल के अंदर प्रवेश लें। मरीज व उसके तामीर के अंदर आने के बाद वेटिंग एरिया में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए उसे कम से कम 1 मीटर की दूरी पर बैठाएं। जिलाधिकारी ने मरीजों के उठने व जाने के तुरंत बाद उनके बैठने वाले स्थान व् उसके सभी टचपॉइंट्स को तुरंत सोडियम आइसो क्लोराइड से डिसइनफेक्ट कराएं। इसके लिए एक प्रशिक्षित व्यक्ति को उसके स्वयं के भी बचाव के सभी उपकरणों के साथ हमेशा तैयार रखें तथा इसकी स्वयं भी समय-समय पर मानिटरिंग करें।

मरीजों का ट्रेवल रिकार्ड सहित नाम-पता करें नोट- डीएम

इसके साथ ही जिलाधिकारी ने सभी डॉक्टरों एवं उनके स्टाफ को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन का अनुपालन करते हुए ही स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के निर्देश दिए। डीएम ने कहा कि आने वाले सभी मरीजों के ट्रैवल रिकॉर्ड सहित उसका पूरा पता रजिस्टर में अवश्य नोट करें। तथा ट्रायज रूम में पूछताछ के दौरान मरीज में कोरोनावायरस के सिम्टम्स पाए जाने पर इसकी सूचना मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दें।

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तथा उसका कोरोना टेस्ट अवश्य कराएं। तब तक मरीज को अलग विशेष कमरे में रखें तथा रिपोर्ट आने पर उसकी सूचना मुख्य चिकित्सा अधिकारी को तत्काल उपलब्ध कराएं। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना पर विजय हम तभी प्राप्त करते हैं। जब हम सभी मानसिक रूप से सुदृढ़ रहें। सभी लोग कोविड-19 से बचाव के सभी उपायों को अपनाएं और इसके प्रति पूरी सजगता बरतें।

नाथ बख्श सिंह

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