सावधान असलहे के शौकीनों: हुआ ताबड़तोड़ एक्शन, डीएम ने कसा शिकंजा
शस्त्र निरस्तीकरण के पीछे जो वजह बताई जा रही है, उसमें मुख़्य रूप से आपराधिक मामलों, अपराधियों से साठगांठ, फर्जी नाम और पते दर्ज कराने के आरोप हैं।
वाराणसी: शहर में तेजी से बढ़ती आपराधिक घटनाओं को लेकर अब वाराणसी जिला प्रशासन सख्त हो गया है। जिला प्रशासन ने मंगलवार को एक बड़ा एक्शन लेते हुए 12 लोगों के शस्त्र लाइसेंस को निरस्त कर दिया।जिलाधिकारी की इस कार्रवाई से शहर में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में कुछ और लोगों के शस्त्र लाइसेंस को निरस्त किया जा सकता है।
ये भी पढ़ें:अभिनेता का बुरा हाल: तस्वीर देख हिल गया सिनेमा जगत, जानें कौन है ये एक्टर
इन आरोपों के चलते निरस्त हुआ लाइसेंस
शस्त्र निरस्तीकरण के पीछे जो वजह बताई जा रही है, उसमें मुख़्य रूप से आपराधिक मामलों, अपराधियों से साठगांठ, फर्जी नाम और पते दर्ज कराने के आरोप हैं। शस्त्र निरस्तीकरण के आदेश देने के साथ ही जिलाधिकारी ने निरस्त किए गए सभी के शस्त्र थाने में जमा कराने के लिए पुलिस को निर्देश दिया है। शस्त्र जमा नहीं करने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए हैं।
ये भी पढ़ें:नीतीश ने दिए 11 विभाग: अपने पास रखे गृह समेत तीन, इन्हें भारी भरकम जिम्मेदारी
इन लोगों के निरस्त हुए लाइसेंस
जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने कैंट थाना क्षेत्र के भगवान सिंह के दो, रविंद्र यादव उर्फ करिया और रविंद्र कुमार मौर्या, जैतपुरा थाना क्षेत्र के रामअवध, दशाश्वमेध थाना क्षेत्र के शिव कुमार निषाद और सोनू कपूर उर्फ मनीष कपूर, लंका थाना क्षेत्र के राकेश राय, सिगरा थाना क्षेत्र के अमित कुमार सिंह, चेतगंज थाना क्षेत्र के रमेश चंद्र गुप्ता, भेलूपुर थाना क्षेत्र के धनंजय सिंह, जंसा थाना क्षेत्र के राम प्यारे सिंह के शस्त्र लाइसेंस निरस्त किए हैं। पिछले एक साल से जिले में शस्त्र लाइसेंस निरस्तीकरण का काम चल रहा है। इसमें बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के समर्थकों की संख्या भी काफी अधिक है।
रिपोर्ट- आशुतोष सिंह
दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।