UP: स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र में बिना डिग्री वाले डॉक्टर चला रहे थे नर्सिंग होम, धड़ल्ले से हो रहा ऑपरेशन

अमेठी के जायस कस्बे में 'देव नेशनल नर्सिंग होम' CHC अधीक्षक की जांच में फर्जी पाया गया। डॉ. शिवम शुक्ला के नाम पर रजिस्ट्रेशन करा जनता को लंबे समय से गुमराह किया जा रहा था।

Update:2022-09-13 08:49 IST

प्रतीकात्मक चित्र 

Amethi News : केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Union Minister Smriti Irani) के इलाके में बिना रजिस्ट्रेशन के नर्सिंग होम (Nursing Home in Amethi) और ट्रामा सेंटर खुलेआम संचालित किए जा रहे हैं। जहां बिना डिग्री-डिप्लोमा वाले लोग आम जनता की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। आईजीआरएस (IGRS) पर मिली शिकायत के बाद अधीक्षक ने एक अवैध नर्सिंग होम की जांच की। तब पता चला कि, बिना डिग्री अपने नाम के आगे 'डॉ.' लिखकर लोगों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। अधीक्षक की जांच के बाद अवैध नर्सिंग होम संचालकों में हड़कंप मच गया है।

क्या है मामला? 

अमेठी जिले के जायस कस्बे में 'देव नेशनल नर्सिंग होम' सीएचसी अधीक्षक की जांच में फर्जी पाया गया। डॉ. शिवम शुक्ला के नाम पर रजिस्ट्रेशन कराकर क्षेत्रीय जनता को लंबे समय से गुमराह किया जा रहा था। बिना डिग्री के अपने नाम के आगे 'डॉक्टर' लिखकर लोगों को इलाज के नाम पर जमकर लूट मची थी। आईजीआरएस पर शिकायत हुई तो मामला उजागर हुआ। अधीक्षक ने नर्सिंग होम पर कार्यवाही किये जाने के लिए विभाग के उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा है।

जांच में फर्जी पाया गया देव नेशनल नर्सिंग होम

आपको बताते चलें कि, नेशनल हाईवे पर बने एचडीएफसी बैंक के सामने वाली गली में जायस कस्बे के मोहल्ला गांजा में लंबे अरसे से फर्जी नर्सिंग होम चल रहा था। बीते माह 28 मार्च को सीएचसी अधीक्षक डॉ. एचपी यादव व बीपीएम मनीष श्रीवास्तव ने निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई मरीज भर्ती पाए गए। उस समय नर्सिंग होम में मौजूद महिला ने अस्पताल संबंधी को कागजात नहीं दिखा पाए थे। ऐसे में अस्पताल बन्द करने के निर्देश दिए गए थे। कार्यवाही होने के भय से निरीक्षण के बाद डॉ. शिवम शुक्ला की डिग्री लगाकर देव नेशनल नर्सिंग होम के नाम से रजिस्ट्रेशन कराकर इलाज के नाम पर गरीब जनता का जमकर शोषण किया जा रहा था।

निजी नर्सिंग होम में अप्रशिक्षित कर रहे ऑपरेशन

धीरे-धीरे प्रसव (Delivery), डीएनसी, सीजर जैसे महिलाओं की गंभीर बीमारियों का इलाज के नाम पर मोटी रकम वसूली जाने लगी। जिसके बाद इसकी शिकायत आईजीआरएस पर हुई। शिकायत के बाद मामला परत दर परत खुलने लगा। जांच में पहुंचे सीएचसी अधीक्षक डॉ एचपी यादव व मनीष श्रीवास्तव नर्सिंग होम में तीन मरीजों को भर्ती पाया। अधीक्षक ने बताया कि भर्ती मरीज बाबूगंज निवासी करीम बानो पत्नी मो. इंसाद से पूछताछ करने पर पता चला कि, इनका इलाज जो अपने आपको डॉक्टर बताते है ड्रिप लगाकर इलाज कर रहे थे।

डॉक्टर से नर्स तक सभी फर्जी 

नर्सिंग होम के बाहर प्रदीप के नाम के आगे डॉक्टर लिखा पाए जाने पर डिग्री मांगी गई तो पता चला डिग्री से संबंधित उनके पास कोई अभिलेख ही नहीं थे। इसी तरह बोर्ड में डॉ. किरण द्विवेदी स्त्री रोग विशेषज्ञ लिखा पाए जाने की जांच की गई, तो इसकी कोई पुष्टि नहीं हो सकी। अधीक्षक के निरीक्षण में डॉ. कुंती जो स्त्री रोग विशेषज्ञ बताती है, वह भी फर्जी पाया गया और कुंती स्टाफ नर्स है।

अधीक्षक ने कार्यवाही के लिए CMO को लिखा पत्र

पूरे मामले में डॉ. एचपी यादव ने बताया कि, निरीक्षण के दौरान पता चला है कि डॉ. शिवम शुक्ला और डॉ. सुधा सिंह के नाम को जोड़कर फर्जी तरीके से नर्सिंग होम संचालित किया जा रहा था। निरीक्षण में इसकी पुष्टि हुई। ये दोनों डॉक्टर यहां कभी नहीं आते हैं। अधीक्षक ने बताया कि निरीक्षण रिपोर्ट भेजकर फर्जी नर्सिंग होम के विरुद्ध कार्यवाही के लिए सीएमओ को पत्र लिखा गया है।

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