Hardoi News: महिला को गोली मारे जाने के मामले में सनसनीखेज खुलासा, इस वजह से दिया गया था वारदात को अंजाम
Hardoi News: बीती पांच सिंतबर को जनपद के हरपालपुर थाना क्षेत्र में अज्ञात बदमाशों द्वारा डॉक्टर की पत्नी को गोली मारी गई थी। हालांकि, बदमाशों की गोली महिला के हाथ पर लगी थी।
Hardoi News: बीती पांच सिंतबर को जनपद के हरपालपुर थाना क्षेत्र में अज्ञात बदमाशों द्वारा डॉक्टर की पत्नी को गोली मारी गई थी। हालांकि, बदमाशों की गोली महिला के हाथ पर लगी थी, जिसे गंभीर अवस्था में पहले जिला अस्पताल बाद में लखनऊ रेफर कर दिया गया था और उसकी जान बच गई। पुलिस ने अब इस मामले का खुलासा कर दिया है।
पुलिस की कई टीमें कर रही थीं मामले की छानबीन
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया था। पुलिस अधीक्षक हरदोई ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया था। सनसनीखेज घटना के खुलासे के लिए दो टीमों को गठित कर स्वॉट, एसओजी व सर्विलांस को भी उनकी सहायता के लिए लगाया गया था। पुलिस टीम द्वारा विवेचना के तमाम पहलुओं की गहनता से जांच के बाद दो आरोपितों को चिन्हित किया गया था। जिन्हें पुलिस ने आज गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया।
नहर के पास से दबोचे गए दो आरोपित
पुलिस को सूचना मिली थी कि डॉ सुरेशचंद्र कनौजिया की पत्नी को गोली मारकर फरार हुए आरोपित लमकन नदी पर बने पुराने पुल की रेलिंग के पास खड़े हैं। इस सूचना पर पुलिस टीम द्वारा तत्काल मौके पर पहुंचकर घेराबंदी की गई, वहां खड़े दोनों व्यक्तियों को पकड़ लिया गया। पकड़े गए दोनों व्यक्तियों से उनका नाम व पता पूछने पर चंदन सिंह पुत्र रंजीत सिंह निवासी ग्राम बरनई चतरखा थाना हरपालपुर जनपद हरदोई व विशाल उर्फ अच्छू पुत्र स्व रजनीश कुमार निवासी मुंशीगंज सराय मठिया मन्दिर कस्बा व थाना सांडी जनपद हरदोई के तौर पर उनकी पहचान हुई। आरोपितों की तलाशी में 02 तमंचे 315 बोर, एक जिंदा कारतूस, एक खोखा कारतूस, एक मोबाइल फोन आदि सामान बरामद हुआ।
चोरी करने के उद्देश्य घर में थे आरोपित, विरोध करने पर मारी थी गोली
पुलिस की तफ्तीश में सामने आया कि आरोपित लूट के उद्देश्य से ग्राम ककरा में एक घर में घुस गए, जहां डॉक्टर सुरेश चंद्र कनौजिया की पत्नी द्वारा उनका विरोध करने पर अभियुक्त विशाल के द्वारा उनकी पत्नी को गोली मार दी गई। घटना के समय अभियुक्त चंदन द्वारा जो कपड़े पहने हुए थे, उन्हें अपनी पहचान छुपाने के लिए पन्नी में रखकर नहर में फेंकने के लिए लाए थे, तभी पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। पुलिस अधीक्षक हरदोई द्वारा इस सनसनीखेज घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को 10,000 का पुरस्कार दिया गया।