राकेश सिन्हा बोले- पाकिस्तान को ताकत की भाषा बतानी होगी, तीन तलाक पर जल्द कानून बने
दुनिया के तकरिबन 110 देशों में मुस्लिम समाज के लोग रहते हैं। जिनमें से सिर्फ 7 देश ही ऐसे हैं, जहां तीन तलाक कानून पर संसोधन नहीं हुआ है। इनमें भारत भी है।
गोरखपुर: दुनिया के 110 देशों में मुस्लिम रहते हैं। जिनमें से सिर्फ 7 देश ही ऐसे हैं, जहां तीन तलाक कानून पर संशोधन नहीं हुआ। इनमें से एक भारत भी है। सोमवार (15 मई) को संघ विचारक डॉ. राकेश सिन्हा ने विश्व संवाद केंद्र में कहा कि तीन तलाक पर जल्द कानून बनाना चाहिए।
कश्मीर में हरा जेहाद है, तो केरल में लव जेहाद। उन्होंने केरल के कंनूर के लोगों को संरक्षण दिए जाने की मांग की। कश्मीर में हो रही आतंकी घटनाओं पर डॉ. सिन्हा ने कहा कि पाकिस्तान तर्क की भाषा नहीं जानता है, पाकिस्तान ताकत की भाषा जानता है, उचित समय पर सरकार को पाकिस्तान को ताकत की भाषा बतानी होगी।
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हिंदू कोर्ड बिल
तीन तलाक को भारतीय संविधान के परिपेक्ष में देखा जाना चाहिए। हिंदू कोर्ड बिल आया था तो हिंदू समाज के कुछ लोगों ने इसका विरोध करते हुए कहा था कि इससे हिंदू धर्म की क्षति हो रही है। विधवा विवाह के समर्थन में जब ईश्वरचंद्र विद्यासागर ने हस्ताक्षर अभियान चलाया तो उनके समर्थन में सिर्फ 987 लोगों ने हस्ताक्षर किया और राधाकांत वर्मा ने इसका विरोध करते हुए कहा कि इससे धर्म की हानि होती है, तो उनके समर्थन में 3600 लोगों ने हस्ताक्षर किया।
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लोकतंत्र का सूचकांक
हिंदू समाज ने 987 लोगों के मत को स्वीकार किया और 36000 लोगों के मत को अस्वीकार किया। आज मुस्लिम महिलाएं समानता के अधिकार की मांग को लेकर सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटा रही हैं, जो यह दर्शाता है कि लोकतंत्र का सूचकांक उपर गया है।
केरल में कंनूर जिले में आरएसएस स्वयं सेवकों पर हो रहे हमलों पर डॉ. सिन्हा ने कहा वहां स्वयं सेवकों की निर्ममता के साथ हत्या की जा रही है। वहां की सरकार के समर्थन से यह घटनाएं हो रही है।