फिर लगी ताजमहल की सुरक्षा में सेंध, उड़ता मिला ड्रोन कैमरा, ऑपरेट कर रहे दो युवक गिरफ्तार
आगरा: लगातार हिदायतों और चेतावनियों के बावजूद ताजमहल की सुरक्षा में एक बार फिर सेंध लगी। ताजमहल के पास दो युवकों ने ड्रोन कैमरा उड़ा दिया। ड्रोन ताजमहल के पीछे स्थित मेहताब बाग से आगे निकला, तो ताज सुरक्षा के जवानों की उस पर नजर गई। वे हरकत में आ गए। दो युवकों को पकड़ लिया गया। ड्रोन कब्जे में ले लिया। दोनों युवकों से खूफिया एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं।
रविवार देर शाम ताजमहल के पीछे स्थित मेहताब बाग में तैनात कुछ जवानों की नजर हवा में उड़ रहे ड्रोन पर पड़ी। प्रतिबंधित क्षेत्र में ड्रोन देखकर पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए। पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया। पीएसी के जवान भी हरकत में आ गए। आस-पास के इलाके में सघन अभियान चलाया गया। कुछ ही दूरी पर दो युवक मिल गए। ड्रोन को वे रिमोट से ऑपरेट कर रहे थे। ड्रोन उतरवाया गया। सबसे पहले उसे कब्जे में लिया गया। सूचना पर पर्यटन थाना पुलिस आ गई।
नहीं लगा है कोई प्रतिबंधित सूचना बोर्ड
युवकों ने पूछताछ में अपने नाम अखिलेश त्रिपाठी और दुर्गेश शाहू निवासी नागपुर बताए। दोनों फतेहाबाद मार्ग स्थित एक होटल में रुके थे। दुर्गेश ने बताया कि वह एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग का छात्र है। अखिलेश ने इसी साल पढ़ाई पूरी की है। उन्हें यह जानकारी नहीं थी कि यहां ड्रोन प्रतिबंधित है। चेतावनी के लिए कोई साइन बोर्ड भी नहीं लगा दिखा। सुबह तक दोनों युवकों से पूछताछ का दौर जारी है।
जिलाधिकारी ने लगाया था ड्रोन पर प्रतिबंध
ड्रोन कैमरा उड़ाए जाने के पहले हुए मामलों को लेकर जिलाधिकारी गौरव दयाल ने एक आदेश जारी किया था। ताजमहल के आसपास ड्रोन उड़ाए जाने पर प्रतिबंध लगा दिया था। उन्होंने इस तरह की गतिविधि को ताज के लिए खतरा माना था। दो माह पहले जारी किए गए आदेश में कहा गया था कि यदि ड्रोन उड़ता हुआ पाया गया तो संबंधित थानेदार जिम्मेदार होंगे। उसके बाद भी ये सिलसिला रुक नहीं रहा है।
पहले भी लग चुकी है ताज में सेंध
यह पहला मामला नहीं है, जब ड्रोन उड़ाकर किसी ने ताजमहल की सुरक्षा में सेंध लगाई है। फरवरी में ताजमहल के पूर्वी गेट से एक विदेशी पर्यटक ने ड्रोन उड़ाया था। ड्रोन सेंट्रल टैंक तक पहुंच गया था। सीआईएसएफ ने उसे पकड़ा था। इससे पूर्व एक विदेशी ने एक सितारा होटल से ड्रोन उड़ाया था। यह भी ताजमहल के पास तक पहुंच गया था। दोनों मामलों में विदेशी पर्यटकों को चेतावनी देकर छोड़ा गया था। कैमरे की रिकार्डिंग डिलीट कराई गई थी।
खतरे में है ताजमहल
ताजमहल को हवाई हमले से खतरा है। खूफिया एजेंसियां पूर्व में अपनी यह रिपोर्ट दे चुकी हैं। ताजमहल के आस-पास का इलाका नो फ्लाइंग जोन में आता है। एरियल फोटोग्राफी का वीडियो वायरल होने से सुरक्षा में सेंध लग सकती है। ड्रोन उड़ाने वालों का मकसद एरियल फोटोग्राफी और वीडियो बनाना होता है। जो प्रतिबंधित है। पूर्व में भी घटना के समय यह प्रस्ताव रखा गया था कि प्रत्येक होटल में इसके लिए सूचना चस्पा की जाए। ताजमहल के आस-पास चेतावनी के बोर्ड लगाए जाएं।