नोएडा: थम जाएगी चिल्ला एलिवेटड निर्माण की रफ्तार, ये है बड़ी वजह

प्राधिकरण की महत्वाकांक्षी योजना चिल्ला एलिवेटड के निर्माण की रफ्तार थम सकती है। अनुबंध के तहत प्रदेश सरकार से फंड नहीं मिलना इसकी बड़ी वजह है। फंड के लिए प्राधिकरण शासन को रिमाइंडर जारी कर रही है। शासन को 302.66 करोड़ रुपए देने है।

Update: 2020-12-03 17:12 GMT
फंड रीलीज नहीं होने से थम जाएगी चिल्ला एलिवेटड निर्माण की रफ्तार

नोएडा: प्राधिकरण की महत्वाकांक्षी योजना चिल्ला एलिवेटड के निर्माण की रफ्तार थम सकती है। अनुबंध के तहत प्रदेश सरकार से फंड नहीं मिलना इसकी बड़ी वजह है। फंड के लिए प्राधिकरण शासन को रिमाइंडर जारी कर रही है। शासन को 302.66 करोड़ रुपए देने है।

अनुबंध के तहत योजना पर निर्माण लागत पर प्रदेश सरकार व नोएडा प्राधिकरण दोनों की साझेदारी 50-50 प्रतिशत की है। इसमे 302.65 करोड़ रुपए का फंड प्रदेश सरकार की ओर से आना है। कुल 605.31 करोड़ रुपए खर्च होने है। ब्रिज कारपोरेशन एलिवेटड का निर्माण कर रही है। प्राधिकरण एडवांस के रूप में 30.27 करोड़ इसके बाद तीन बार में 19.46 करोड़, 17.6० करोड़ व 7.13 करोड़ कुल 74.48 कुल 50 प्रतिशत का 24.16 का भुगतान कर चुकी है। राज्य सरकार द्बारा फंड रीलीज करने में देरी हो रही है। इस कारण निर्माण कार्य को रोकने का प्रस्ताव बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत किया गया। शासन से फंड आने के बाद कार्य शुरू करने के लिए कहा गया। बहराल फंड के लिए प्राधिकरण शासन को पत्र जारी कर रहा है।

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दूसरी बाधा गैस पाइप लाइन

एलिवेटड में 500 से ज्यादा पाइलस का काम पूरा किया जा चुका है। चार पाइल कैप भी पूरी की जा चुकी है। यह कार्य बड़ी सावधानी से किया जा रहा है। इसकी वजह नाले के किनारे पूरे एलाइनमेंट में गेल (गैस) व बिजली की लाइने है। लाइनों में जरा सी चोट बड़े हादसे को दावत दे सकती है। जिसके चलते पूरा कार्य एक झटके में रोका जा सकता है। प्राधिकरण के पास इसका विकल्प नहीं है। वहीं, नाले के पूर्वी किनारे पर घने झोपड़ों की मौजूदगी परियोजना को निष्पादित करने के लिए नोएडा प्राधिकरण द्बारा निर्धारित समयावधि को बाधित कर सकता है। इसके लिए दिल्ली सरकार से बातचीत की जा रही है।

खुद मुख्यमंत्री ने दिखाई दी झंडी

चिल्ला रेगुलेटर एलिवेटड निर्माण का शिलान्यास प्रदेश के मुख्यमंत्री ने 25 जनवरी 2०19 को किया था। हालांकि शिलान्यास के बाद भी कई महीनों तक काम बंद रहा। यह योजना 2013 में बनी थी। विवाद के चलते योजना को पास होने में सालों लग गए। अब महत्वपूर्ण योजना पर सरकार द्बारा फंड रीलीज करने में देरी की जा रही है।

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योजना से दो लाख वाहन चालकों को मिलेगा फायदा

एलिवेटड बनने से अक्षरधाम, मयूर विहार से नोएडा में आने वाले वाहन जिन्हें ग्रेटरनोएडा, कालिदी कुंज जाना है। वह सीधे एलिवेटड के जरिए नोएडा ग्रेटरनोएडा एक्सप्रेस-वे तक पहुंच सकेंगे। चिल्ला रेगुलेटर से शुरू होने वाले इस मार्ग पर चार जगह इंटरचेंज बनाए जाने है। इंटरचेंज सेक्टर-15ए, सेक्टर-16ए फिल्म सिटी, सेक्टर-37 और महामाया फ्लाई ओवर के पास बनाया जाएंगे।

रिपोर्ट: दीपांकर जैन

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